
महासमुंद. सडक़ सुरक्षा सप्ताह के दौरान यातायात पुलिस ने पुलिस कंट्रोल रूम में ‘सडक़ सुरक्षा जीवन रक्षा’ के विषय पर वाद-विवाद प्रतियोगिता का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में सूर्या कालिंदी, फैलोशिप तथा गर्वमेंट नार्सिंग कॉलेज की लगभग 40 चयनित छात्र-छात्राओं ने हिस्सा लिया।
प्रतियोगिता में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्र-छात्राओं को उप पुलिस अधीक्षक विनोद कुमार मिंज एवं सूबेदार नितिश आर. नायर ने मोमेेंटो देकर पुरस्कृत किया। साथ ही सडक़ सुरक्षा जीवन रक्षा के विषय पर सडक़ में सुरक्षित आवागमन करने, हेलमेट लगाकर बाइक चलाने, तीन सवारी न बैठने, शराब सेवन कर वाहन नहीं चलाने, सीट बेल्ट का प्रयोग करने, सडक़ संकेत एवं यातयात नियमों का पालन कर सुरक्षित आवागमन करने का संदेश दिया। शनिवार को यातायात पुलिस द्वारा जिला मुख्यालय से लगे ग्रामीण क्षेत्रों में यातायात नियमों का पालन करने पॉम्पलेट का वितरण किया जाएगा। गुरुवार को भी ट्रैफिक पुलिस ने यातायात शाखा परिसर में नेत्र परीक्षण शिविर का आयोजन किया था। इसके तहत करीब 80 वाहन चालकों का नेत्र परीक्षण हुआ।
इसमें 10 वाहन चालकों को चश्मा लगाने की सलाह दी गई। समस्त वाहन चालकों को यातायात नियमों का पालन करने के लिए निर्देश दिए गए। यातायात पुलिस के द्वारा ‘सडक़ सुरक्षा जीवन रक्षा’ के विषय पर कालिंदी नर्सिंग कॉलेज में चित्रकला प्रतियोगिता आयोजित की गई। इसमें लगभग 45 छात्र-छात्राएं शामिल हुए। प्रतियोगिता में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए तीन छात्र-छात्राओं को यातायात पुलिस विभाग द्वारा पुरस्कृत किया गया। प्रतिदिन शाम को दुर्घटना एवं दुर्घटना के बचाव संबंधी वीडियो एवं डाक्यूमेन्ट्री फिल्म दिखाकर प्रचार-प्रसार कर लोगों को जागरूक किया जा रहा है।
गाड़ी चलते समय लोगो की गलतियों के कारन सड़क दुर्घटनाओं और सड़क किनारे लगी चोट के खतरे को काम करने के लिए सड़क सुरक्षा एक सुरक्षात्मक कदम है| गाडी चलते समय की गलतियों के कारन लोगो की मृत्यु और रोज़ होने सड़क दुर्घंटनाओ को हम गईं नहीं सकते है| वहां चलने वाले हर व्यक्ती के साथ चोट और मृत्यु का खतरा बना रहता है| जैसे पैदल पथ पर चलने वाले राहगीर सभी को यातायात नियमो की अच्छी तरह से जानकारी होनी चाहिए खासतौर से बच्चे और युवा लोगो को जो महत्वपूर्ण सड़क दुर्घटना के खतरे पर रहते है|
Published on:
28 Apr 2018 11:52 am
बड़ी खबरें
View Allमहासमुंद
छत्तीसगढ़
ट्रेंडिंग
