राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग द्वारा योजना भवन में लगाए गए समस्या निवारण शिविर में व्यक्तिगत समस्याओं के 458 आवेदन प्राप्त हुए। जिनमें से 238 आवेदनों का तत्काल निराकरण किया गया। आयोग ने प्राप्त होने वाले कोविड केयर बाल स्वराज के 103, 5 आकांक्षी विकासखंड के 2305 ड्राप आउट बच्चों, पास्को के 42 मुआवजा प्रकरण व विद्युत, जलविहीन एवं भवन विहीन आंगनवाड़ी के विषयों से संबंधित आवेदनो पर संज्ञाओं लिया। शिविर में स्वास्थ्य विभाग द्वारा 15 दिव्यांग सर्टिफिकेट बनाए गए। आयोजित बाल अधिकार संरक्षण बेंच, शिविर में अपने माता पिता को खो चुके दो बालक अपनी मामी के साथ साथ पहुंचे। जहां उन्होंने राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो के समक्ष इन बालकों के भरण पोषण के लिए आर्थिक सहायत की गुहार लगाई। आयोग अध्यक्ष कानूनगो ने इनकी समस्या को गंभीरता से सुनते हुए शिविर में उपस्थित बाल कल्याण समिति के सदस्यों से इनकी समस्या का निरारण जल्द करने के निर्देश दिए। इसके बाद नाबालिग बच्चे और उनके साथ आई उनकी मामी बाल कल्याण समिति से अपनी समस्या बताई। जिसके निराकरण के लिए समिति के सदस्य आशीष मिश्रा ने इन्हें चाईल्ड लाईन 1098 पर फोन करके अपनी समस्या दर्ज कराने की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि चाईल्ड लाईन में फोन करने के बाद आपके पास समिति के सदस्य पहुंचेगे। जहां सभी जरूरी जानकारी और दस्तावेज प्रस्तुति करने की प्रक्रिया बताई जाएगी। जिसके बाद दोनों बच्चों को आर्थिक सहायत के रूप में पांच-पांच हजार रुपए दिए जाएंगे।
इसके बाद नाबालिग बच्चे और उनके साथ आई उनकी मामी बाल कल्याण समिति से अपनी समस्या बताई। जिसके निराकरण के लिए समिति के सदस्य आशीष मिश्रा ने इन्हें चाईल्ड लाईन 1098 पर फोन करके अपनी समस्या दर्ज कराने की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि चाईल्ड लाईन में फोन करने के बाद आपके पास समिति के सदस्य पहुंचेगे। जहां सभी जरूरी जानकारी और दस्तावेज प्रस्तुति करने की प्रक्रिया बताई जाएगी। जिसके बाद दोनों बच्चों को आर्थिक सहायत के रूप में पांच-पांच हजार रुपए दिए जाएंगे।