मंडला. मप्र के नए सीएम डॉ मोहन यादव द्वारा प्रदेश के सभी धार्मिक स्थलों समेत अन्य स्थानों में तय मापदंड के अनुसार लाउडस्पीकर का उपयोग करने के आदेश दिए हैं। जिसका असर मंडला जिले में भी शुरू हो गया है। जिले के करीब 80 धार्मिक स्थलों से लोगों ने अपनी स्वेछा से नियमानुसार लाउडस्पीकर की संख्या कम की है एवं अनेक धर्मस्थलों पर तो लाउडस्पीकर पूर्णत हटा लिए गए हैं। निर्देशों की अवेहलना करने पर जिले के दो डीजे संचालकों पर चालानी कार्रवाई भी की गई है।
लोग स्वेच्छा से कम कर रहे स्पीकर
पुलिस अधीक्षक रजत सकलेचा ने बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देशों के बाद जिले के सभी थाना क्षेत्रों में शांति समिति की बैठक आयोजित की गई है। जिसमें सभी धर्म गुरुओं को भी बुलाया गया। बैठक में उन्हें नियमों की जानकारी दी गई। कुछ लोगों ने तो इसके पूर्व ही मिडिया, सोशल मिडिया से निर्देशों की जानकारी लगते ही लाउडस्पीकर हटा लिए और कुछ लोगों ने तीन दिन का समय मांगा। इसके बाद बीट प्रभारी और पटवारी की उपस्थिति में लोगों ने स्वत ही अपने धार्मिक स्थलों से स्पीकरों को कम कर लिया। कुछ जगह तो लोगों ने स्वेच्छा से पूरे स्पीकर ही उतार लिए।
आमजन कर सकते हैं शिकायत
बैठक में समाज के प्रमुखों एवं सभी धर्म प्रमुखों को मिलकर यह सुनिश्चित करना है कि ध्वनि प्रदूषण के नियंत्रण के लिए प्रभावी कदम उठाए जाए। इसके साथ ही शासन के निर्देश व माननीय सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय का पालन सामूहिक सहभागिता से करने की प्राथमिकता दी जाए। बैठक के दौरान सभी ने ध्वनि प्रदूषण नियंत्रण के लिए शासन के निर्देशों के पालन करने में अपनी सहमति व्यक्त की। इसके साथ ही बताया गया कि आमजन भी पुलिस को नियम विरूद्ध बजने वाले डीजे एवं लाउडस्पीकर की सूचना 100 डायल या कंट्रोल रूम मंडला के नंबर 07642-250613 पर भी दे सकते हैं।
एक दूसरे से मिल रही प्रेरणा
पुलिस अधीक्षक रजत सकलेचा ने बताया कि सभी को एक दूसरे से प्रेरणा मिल रही है। अभी ये काम आने वाले दो-तीन दिनों तक और चलेगा फिर इसके बाद कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि शादी या अन्य कार्यक्रम में डीजे बजाने वालों की भी मीटिंग कर समझाइश दी गई है, निर्देश नहीं मानने पर करीब दो डीजे संचालकों के चालान भी काटे गए हैं। सभी लोग मान रहे हैं और कहीं कोई विरोध जैसी बात नहीं है।
पड़ाव राम मंदिर प्रबंधन ने उतारे लाउडस्पीकर
पड़ाव वार्ड स्थित श्रीराम मंदिर से भी लाउडस्पीकर को हटाया गया है। श्रीराम मंदिर ट्रस्ट अध्यक्ष रंजीत कछवाहा और पुजारी दीपू तिवारी ने स्पीकर को स्वत: हटा लिया है। अध्यक्ष रंजीत कछवाहा ने कहा कि हम मुख्यमंत्री के आदेशों का सम्मान करते हैं। बगैर लाइसेंस के खुले मांस विक्रय पर प्रतिबंध और तेज ध्वनि नियंत्रण के लिए लाउड स्पीकर को हटाए जाने के लिए जारी शासन के दिशा निर्देश हमारी धार्मिक नगरी के लिए भी जरूरी था।