22 दिसंबर 2025,

सोमवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

मंदसौर

video आसमान से बरसती आफत व ओलों के बीच शुरु हुई जिले में किसानों के नाम पर सियासत

आसमान से बरसती आफत व ओलों के बीच शुरु हुई जिले में किसानों के नाम पर सियासत

Google source verification

मंदसौर.
रबी सीजन के दौर में जब किसान अपनी फसलों को घर लाने की तैयारियां में था। उसी समय आसमान से आफत की बारिश व ओलों की बरसात ने कमर तोड़ दी। इसके साथ ही जिले में किसानों को राहत देने के नाम पर सियासत का दौर शुरु हो गया। कांग्रेस जहां बिना सर्वे मुआवजा देने की मांग कर रही है तो भाजपा के नेता व जनप्रतिनिधि सर्वे के साथ मुआवजा देने का आश्वासन कई बार दे चुके है तो सर्वे के नाम पर कुछ जगहों पर खानापूर्ति हो भी रही है। लेकिन किसानों को राहत का अब तक इंतजार ही है तो खेतों की मेड़ पर खराब होती फसलों को देख किसान सर्वे के लिए अधिकारियों के आने की बाट जोह रहा है। जनप्रतिधियों ने ट्वीट किए तो फोन भी लगाए लेकिन जिला प्रशासन के अधिकारियों की अरुचि के कारण किसानों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। पहले हुई ओलावृष्टि के बाद किसानों को राहत नहीं मिली ओर फिर ओले गिर गए। जिले में पिछले कई दिनों से मौसम खलनायक बना हुआ है। रविवार को भी आसमान पर बादलों ने डेरा डाले रखा तो आंधी-तूफान का दौर भी जारी रहा। मौसम विभाग की चेतावनी के अनुसार जिले में बारिश भी हुई तो तो ओले भी गिरे। लेकिन आज सिस्टम कमजोर होने के साथ राहत मिलने की आस है।


चुनावी वर्ष में अफसरों की कार्यशैली से बढ़ रहा किसानों में बढ़ रहा आक्रोश
साल के अंत में विधानसभा के चुनाव होना है। ऐसे में किसानों के नाम पर राजनीति भी नुकसानी के दौर में होने लगी है, लेकिन किसानों को राहत देने के नाम पर प्रशासन ने अब तक गंभीरता नहीं दिखाई है और ना ही किसी स्तर पर बैठको के साथ फील्ड में प्रशासन के बड़े अधिकारी दिखे है। छोटे कर्मचारियों के भरोसे सर्वे रिपोर्ट तैयार करने का दावा किया जा रहा है लेकिन पूर्व में हो चुकी ओलावृष्टि की सर्वे रिपोर्ट का अब तक ठिकाना नहीं है। ऐसे में फसलों के नुकसान के साथ जिले के दोनों कैबिनेट मंत्री, विधायक से लेकर अन्य नेताओं के निर्देशों के बाद अधिकारियों की कार्यशैली से किसानों में लगातार आक्रोश बढ़ता जा जा रहा है।


दोपहर बाद फिर से चली हवा कई जगहों पर हुई बारिश
ओलावृष्टि से सहमें किसानों को राहत की उम्मीद अब तक नहीं दिखाई दे रही है। वहीं शनिवार को फिर से दोपहर तक मौसम साफ रहने के बाद दोपहर बाद मौसम बदला ओर बादल छाने के साथ तेज हवाओं के साथ कई जगहों पर बारिश का क्रम शुरु हो गया। नाहरगढ़ से लेकर जिले में अन्य जगहों पर फिर से आफत की बारिश हुई।


१४ मार्च से दो सिस्टम एक्टिव इसलिए ओले के साथ हो रही बारिश
प्रदेश में 14 मार्च से दो सिस्टम एक्टिव हैं। 16-17 मार्च से सिस्टम ज्यादा मजबूतइ हो गया। इस कारण बारिश और ओलावृष्टि हो रही है। 20 मार्च तक मौसम के ऐसा ही रहने की बात मौसम विभाग ने पूर्व में ही कही है। मौसम वैज्ञानिकों ने ओलावृष्टि होने और तेज आंधी चलने की संभावना भी जताई है। वहीं आज भी गरज-चमक के साथ बारिश हो सकती है। तो वहीं कई जगहो पर तेज हवा भी चल रही है। रविावर को भी जिले में कई जगहों पर आसमान पर बादल छाए रहे। मौसम वैज्ञानिकों की मानें तो पांच दिन से बिगड़े सिस्टम की वजह से गेहूं, चने और सरसों की फसलों पर असर पड़ा है। अगले दो दिन मौसम और बिगड़ा हुआ रहेगा।


इसलिए बदला मौसम
मौसम वैज्ञानिको की माने तो उत्तर भारत में एक विक्षोभ सक्रिय है जो काफी मजबूत है। इसी के प्रभाव से एक प्रेरित चक्रवात साउथ ईस्ट राजस्थान में 14 मार्च से बना हुआ है। इससें मौसम बदल गया है। 16 मार्च से फिर एक पश्चिमी विक्षोभ बन गया है। दक्षिण-पूर्वी हवाएं बंगाल की खाड़ी और अरब सागर से नमी लेकर आ रही है। इन दोनों के मिश्रण से प्रदेश में बारिश, ओलावृष्टि और तेज आंधी का असर है। 20 मार्च तक ऐसी ही स्थिति बनी रहेगी।