scriptकिसान आंदोलन के कारण दिल्ली में बढ़ सकते हैं फल और सब्जियों की कीमत, इतनी हो सकती है कीमत | fruits and vegetables supply 50 pcercent down due to farmer movement | Patrika News

किसान आंदोलन के कारण दिल्ली में बढ़ सकते हैं फल और सब्जियों की कीमत, इतनी हो सकती है कीमत

Published: Dec 02, 2020 03:23:56 pm

Submitted by:

Saurabh Sharma

किसान आंदोलन के चलते देश की राजधानी दिल्ली में घटी फलों और सब्जियों की सप्लाई
1700 टन से करीब 1000 टन रह गई आलू की सप्लाई, आलू और प्याज के थोक भाव में गिरावट

fruits and vegetables supply 50 pcercent down due to farmer movement

fruits and vegetables supply 50 pcercent down due to farmer movement

नई दिल्ली। किसान आंदोलन के चलते देश की राजधानी दिल्ली में पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर से फलों और सब्जियों की आवक घट गई है। फलों और सब्जियों की आवक घटने से दिल्ली-एनसीआर समेत उत्तर भारत के अन्य हिस्सों में भी फलों की कीमतों में तेजी बनी रह सकती है। प्रदर्शनकारियों ने पहले दिल्ली में प्रवेश करने वाले सिर्फ तीन सड़क मार्ग को जाम किया था, लेकिन बुधवार को नोएडा लिंक रोड स्थित चिल्ला बॉर्डर समेत कुछ अन्य मार्गों पर भी जाम शुरू कर दिया गया।

बढऩे लगे सब्जी और फलों के दाम
सब्जी कारोबारियों ने बताया कि दिवाली के बाद आलू, प्याज समेत तमाम हरी शाक-सब्जियों की नई फसलों की आवक उत्तर भारत की मंडियों में बढऩे लगी थी, लेकिन किसान आंदोलन के चलते एशिया में फलों और सब्जियों की सबसे बड़ी मंडी दिल्ली की आजादपुर मंडी में बीते एक सप्ताह से कई फलों व सब्जियों की आवक 50 फीसदी तक घट गई है।

यह भी पढ़ेंः- अगले हफ्ते से लगने जा रही है कोरोना वैक्सीन, इस देश ने दिया अप्रूवल

जीटी रोड बंद
कारोबारियों ने बताया कि रात के समय ट्रक ड्राइवरों को जो भी मार्ग खुला मिलता है, उससे सब्जियों और फलों से लदे ट्रक लेकर दिल्ली के भीतर आ रहे हैं इसलिए एक सप्ताह से उत्तर भारत का मुख्य मार्ग जीटी रोड बंद होने के बावजूद राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में फलों और सब्जियों की आवक हो रही है, लेकिन इसमें कमी जरूर आई है।

50 फीसदी तक कम हुई आवक
आजादपुर मंडी चैंबर ऑफ फ्रूट एंड वेजीटेबल्स एसोसिएशन के प्रेसीडेंट एमआर कृपलानी ने बताया कि कई फलों व सब्जियों की आवक 50 फीसदी तक घट गई है। उन्होंने बताया कि सब्जियों की कीमतों में अब तक काफी गिरावट आ गई होती, मगर किसान आंदोलन के चलते गिरावट होने के बजाय कई सब्जियों और फलों के दाम बढ़ गए हैं।

यह भी पढ़ेंः- टाटा मोटर्स और बजाज सेल्स में इजाफा, हुंडई, एसकोट्र्स के साथ बाकी कंपनियों का क्या रहा हाल

1000 टन हुई आलू की आवक
आजादपुर मंडी एपीएमसी की बुधवार की रिपोर्ट के अनुसार, मंडी में आलू की आवक 1,052 टन थी जबकि एक सप्ताह पहले मंडी में आलू की आवक 1700 टन तक चली गई थी। इसी प्रकार प्याज की आवक मंडी में बुधवार को 984 टन जबकि टमाटर की आवक सिर्फ 87 टन थी। प्याज की आवक बीते सप्ताह 1300 टन से ज्यादा और टमाटर की आवक 400 टन से ज्यादा थी।

आलू प्याज के दाम में गिरावट
आजादपुर मंडी के कारोबारी व पोटैटो एंड अनियन मर्चेंट एसोसिएशन के जनरल सेक्रेटरी राजेंद्र शर्मा ने बताया कि दिल्ली में आलू की आवक इस समय हिमाचल और पंजाब से है जबकि प्याज की आवक राजस्थान से हो रही है, लेकिन किसान आंदोलन के चलते आवक प्रभावित है, इसलिए कीमतों में जितनी गिरावट अब तक आनी चाहिए उतनी नहीं है, लेकिन आलू और प्याज के थोक भाव में दिवाली के बाद गिरावट आई है।

यह भी पढ़ेंः- सरकार को झटका, एक दशक के उच्चतम स्तर से नीचे आया मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर

सब्जियों के थोक दाम
आजादपुर मंडी में बुधवार को प्याज का थोक भाव 10 रुपये से 35 रुपए, आलू का 16 रुपये से 36 रुपए और टमाटर का छह रुपए से 34 रुपये प्रति किलो था। हालांकि दिल्ली-एनसीआर में आलू और टमाटर का खुदरा भाव क्रमश: 50 रुपये प्रति किलो से उपर जबकि प्याज का 60 रुपये प्रति किलो था। कारोबारियों को आशंका है कि अगर दिल्ली में प्रवेश करने वाले अन्य मार्ग भी किसान आंदोलन के चलते अवरुद्ध हुआ तो सब्जियों और फलों के दाम में आने वाले दिनों में इजाफा हो सकता है।

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो