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रुपए की चाल और आर्थिक आंकड़े तय करेंगे शेयर बाजार का रुख

locationनई दिल्लीPublished: Oct 14, 2018 01:56:21 pm

Submitted by:

Manoj Kumar

इस सप्ताह कई भारतीय कंपनियों के तिमाही नतीजे आएंगे।

Sensex

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नई दिल्ली। लगातार पांच सप्ताह की गिरावट झेलने के बाद बीते सप्ताह हरे निशान में आए घरेलू शेयर बाजार की दिशा आगामी सप्ताह भी वैश्विक संकेतों के साथ भारतीय मुद्रा की चाल और कच्चे तेल के उतार-चढ़ाव से तय होगी। इसके अलावा थोक महंगाई दर के आंकड़े और कंपनियों के तिमाही परिणाम भी निवेशकों के रुख को प्रभावित करेंगे। बीते सप्ताह में शेयर बाजार में काफी उतार-चढ़ाव रहा, लेकिन शुक्रवार को निवेशकों की भारी लिवाली के दम पर शेयर बाजार तेज छलांग लगाकर लगातार पांच सप्ताह की गिरावट से उबरने में कामयाब रहा। बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स आलोच्य सप्ताह के दौरान 356.59 अंक यानी 1.03 फीसदी की उछाल के साथ 34,733.58 अंक पर और एनएसई का निफ्टी 156.05 अंक यानी 1.51 फीसदी की साप्ताहिक बढ़त में 10,472.50 अंक पर पहुंच गया। इस दौरान मंझोली और छोटी कंपनियों में भी लिवाली का जोर रहा जिससे बीएसई का मिडकैप 282.41 अंक यानी 2.01 फीसदी की बढ़त के साथ 14,286.22 अंक पर और स्मॉलकैप 319.17 अंक यानी 2.3 फीसदी के उछाल के साथ 14,159.43 अंक पर पहुंच गया।
रुपए के उतार-चढ़ाव से पड़ेगा असर

समीक्षाधीन सप्ताह के दौरान भारतीय मुद्रा में 19 पैसे की साप्ताहिक तेजी दर्ज की गई और यह शुक्रवार को 73.57 रुपए प्रति डॉलर पर पहुंच गई। लेकिन साप्ताहिक बढ़त बनाने वाला रुपया अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों के बढ़ने के दबाव में गत मंगलवार को अब तक के रिकॉर्ड निचले स्तर 74.39 रुपए प्रति डॉलर पर आ गया था। कच्चा तेल इस दौरान करीब पांच डॉलर प्रति बैरल सस्ता होकर 81 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया जिससे भारतीय मुद्रा को समर्थन मिला और निवेशकों का भरोसा बढ़ा। आगामी सप्ताह भी कच्चे तेल की कीमतों और रुपए के उतार-चढ़ाव का असर शेयर बाजार पर दिखेगा।
इस सप्ताह इन कंपनियों के नतीजे आएंगे

इसके अलावा कंपनियों के तिमाही परिणाम भी निवेशकों के रुख को तय करेंगे। अगले सप्ताह 15 अक्टूबर को इंडसइंड बैंक, 16 अक्टूबर को इंफोसिस, क्रिसिल, हीरो मोटोकॉर्प तथा जम्मू कश्मीर बैंक और 17 अक्टूबर को रिलायंस के दूसरी तिमाही के परिणाम जारी होने हैं। वैश्विक स्तर पर होने वाली उथलपुथल पर भी निवेशकों की नजर रहेगी। जापान सोमवार को अगस्त का औद्योगिक उत्पादन का आंकड़ा और अमरीका सितंबर का बिक्री का आंकड़ा जारी करने वाला है। मंगलवार को चीन सितंबर का खुदरा महंगाई दर और अमरीका आईआईपी का आंकड़ा जारी करेगा। शुक्रवार को चीन का सितंबर का आईआईपी आंकड़ा जारी होना है। निवेशक इन आंकड़ों से आर्थिक महाशक्तियों की स्थिति का आंकलन करेंगे जिससे उनकी निवेश धारणा पर असर पड़ेगा।
कच्चे तेल की नरमी ने दी राहत

बीते सप्ताह सोमवार को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों के 83 डॉलर प्रति बैरल पर उतरने की खबरों से तेल एवं गैस तथा ऊर्जा समूह में हुई लिवाली के दम पर सेंसेक्स 97.39 अंक की तेजी के साथ 34,474.38 अंक पर और निफ्टी 31.60 अंक की बढ़त में 10,348.05 अंक पर पहुंच गया। डॉलर की तुलना में भारतीय मुद्रा की गिरावट और कच्चे तेल की कीमतों में आए उबाल से इससे पिछले तीन दिन तक शेयर बाजार में कोहराम मचा हुआ था। अमरीका की ओर से ईरान पर प्रतिबंध अगले माह से लागू है जिसे देखते हुए तेल बाजार में आपूर्ति का संकट का मंडरा रहा था। लेकिन, इसी बीच दो भारतीय कंपनियों की ओर से नवंबर के लिए ईरान को कच्चे तेल का ऑर्डर देने की खबर से कच्चा तेल मात्र एक ही दिन में करीब तीन डॉलर लुढ़ककर 83 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया।
रुपए की मजबूती से निवेशकों का बढ़ा उत्साह

मंगलवार को वैश्विक बाजारों से मिले नकारात्मक संकेतों और रुपए में जारी गिरावट के बीच रिलायंस इंडस्ट्रीज, टाटा मोटर्स और आईटीसी जैसी दिग्गज कंपनियों में गिरावट के दबाव में घरेलू शेयर बाजार छह माह के निचले स्तर पर आ गए। इस दिन सेंसेक्स 174.91 अंक यानी 0.51 फीसदी टूटकर 34,299.47 अंक पर और निफ्टी भी 47 अंक यानी 0.45 फीसदी की गिरावट में 10,301.05 अंक पर आ गया। बुधवार को डॉलर की तुलना में रुपए में लौटी मजबूती से उत्साहित निवेशकों की लिवाली के दम पर सेंसेक्स 461.42 अंक यानी 1.35 फीसदी चढ़कर करीब एक सप्ताह के उच्चतम स्तर 34,760.89 अंक पर पहुंच गया और निफ्टी भी 159.05 अंक यानी 1.54 फीसदी की तेजी में 10,460.10 अंक पर बंद हुआ।
मिला-जुला रहा बीते सप्ताह का हाल

प्रमुख सूचकांकों की तेजी में इस दिन सबसे बड़ा योगदान बैंकिंग तथा वित्तीय क्षेत्र की कंपनियों का रहा। बीएसई में दोनों समूहों का सूचकांक साढ़े तीन फीसदी से ज्यादा चढ़ा। सबसे ज्यादा करीब साढ़े चार फीसदी की बढ़त रियलिटी में रही। आईटी और टेक के अलावा अन्य समूहों में भी तेजी रही। गुरुवार को अमरीकी शेयर बाजारों में बुधवार को आई तेज गिरावट की चिंता और घरेलू स्तर पर भारतीय मुद्रा के रिकार्ड निचले स्तर तक फिसलने के दबाव में घरेलू शेयर बाजारों में भी चौतरफा बिकवाली देखी गई और प्रमुख सूचकांक दो फीसदी से ज्यादा लुढ़ककर फिर छह माह के निचले स्तर पर आ गए। सेंसेक्स 759.74 अंक यानी 2.19 फीसदी का गोता लगाकर 11 अप्रैल के बाद के निचले स्तर 34,001.15 अंक पर और निफ्टी 225.45 अंक यानी 2.16 फीसदी की गिरावट के साथ चार अप्रैल के बाद के निचले स्तर 10,234.65 अंक पर बंद हुआ। शुक्रवार को डॉलर के मुकाबले भारतीय मुद्रा की मजबूती, कम भाव पर हुई लिवाली और विदेशी बाजारों से मिले सकारात्मक संकेतों से समर्थन पाकर घरेलू शेयर बाजार में निवेशकों ने जमकर चांदी काटी। इस दिन सेंसेक्स 732.43 अंक की छलांग लगाकर 34,733.58 अंक और निफ्टी 237.85 अंक की उछाल के साथ 10,472.50 अंक पर बंद हुआ।
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