बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप में तेजी बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांक में तेजी रही। बीएसई का मिडकैप सूचकांक 48.48 अंकों की तेजी के साथ 15,961.10 पर और स्मॉलकैप सूचकांक 90.24 अंकों की तेजी के साथ 16,540.44 पर बंद हुआ। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी 18.3 अंकों की तेजी के साथ 11,296.65 पर खुला और 41.20 अंकों या 0.37 फीसदी की तेजी के साथ 11,319.55 पर बंद हुआ। दिन भर के कारोबार में निफ्टी ने 11,328.10 के ऊपरी और 11,261.45 के निचले स्तर को छुआ।
बीएसई के 15 सेक्टरों में रही बढ़त बीएसई के 19 सेक्टरों में से 15 सेक्टरों में तेजी रही। दूरसंचार (2.85 फीसदी), ऊर्जा (1.32 फीसदी), बैंकिंग (1.30 फीसदी), बिजली (1.18 फीसदी), उपभोक्ता सेवाएं (0.95 फीसदी) और तेल व गैस (0.76 फीसदी) में सर्वाधिक तेजी रही। बीएसई के सूचना-प्रौद्योगिकी (0.73 फीसदी), प्रौद्योगिकी (0.25 फीसदी), पूंजीगत वस्तुएं (0.22 फीसदी) और उद्योग (0.04 फीसदी) में गिरावट रही।
सोने-चांदी में रही गिरावट उधर, वैश्विक स्तर पर पीली धातु में गिरावट के कारण दिल्ली सर्राफा बाजार में सोमवार को सोना 30 रुपए फिसलकर 30,700 रुपए प्रति दस ग्राम रह गया। चांदी भी 25 रुपए की गिरावट के साथ 33,200 रुपए प्रति किलोग्राम पर रही। विदेशों में डॉलर के मजबूत होने से सोने पर दबाव रहा। सोना हाजिर 1.95 डॉलर लुढ़ककर 1,221.40 डॉलर प्रति औंस के भाव बिका। अगस्त का अमरीकी सोना वायदा 2.50 डॉलर टूटकर 1,230.50 डॉलर प्रति औंस बोला गया। विभिन्न केंद्रीय बैंकों की बैठकों से पहले आज डॉलर में मजबूती देखी गई। इससे सोने पर दबाव पड़ा है। डॉलर में तेजी से अन्य मुद्राओं वाले देशों के लिए सोने का आयात महंगा हो जाता है। इससे मांग में कमी आती है और सोना सस्ता होता है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने के विपरीत चांदी हाजिर 0.01 डॉलर चढ़कर 15.47 डॉलर प्रति औंस बोली गई।