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मथुरा के नामचीन कॉलेज में 500 करोड़ का घोटाला, अनुदान का पैसा डकार गए ट्रस्टी

500 crore scam in bsa college : मथुरा के बीएसए कॉलेज में बड़े घोटाले का खुलासा हुआ है। जांच में करीब 500 करोड रुपए के घोटाले की बात सामने आई। वहीं कॉलेज प्रशासन के पदाधिकारियों ने तथाकथित अध्यक्ष समेत तीन लोगों की शिकायत कॉलेज के प्राचार्य और शासन के उच्च अधिकारियों से की है।

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मथुरा

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lokesh verma

May 31, 2022

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500 crore scam in bsa college : मथुरा शहर के नामी बीएसए कॉलेज में एक बड़ा घोटाले का खुलासा हुआ है। बताया जा रहा है कि शिक्षण कार्य से प्राप्त हुई करीब 500 करोज़ रुपए की धनराशि का तथाकथित कॉलेज अध्यक्ष समेत तीन लोगों ने गबन कर लिया है। कॉलेज के प्रशासन के पदाधिकारी और कर्मचारियों ने कॉलेज के तथाकथित पदाधिकारियों पर वित्तीय अनियमितताओं के साथ-साथ कॉलेज की धनराशि को अपने निजी ट्रस्टों में ट्रांसफर करने और कॉलेज की धनराशि का दुरुपयोग करने के आरोप लगाए हैं। आरोप है कि अपने आपको कॉलेज का अध्यक्ष बताने वाले कंचन लाल अग्रवाल उनको डरा धमका कर कॉलेज के पैसे को कॉलेज के बैंक अकाउंट से अपने निजी खातों में ट्रांसफर करा कर उसका दुरुपयोग करते थे। कोई भी कॉलेज प्रशासन का अधिकारी या कर्मचारी आनाकानी करता था तो उसे कॉलेज से निकलवा देते थे।

कॉलेज के प्रोफेसरों ने लगाए तथाकथित ट्रस्टियों पर आरोप

शिक्षा संकाय के प्रभारी बीके गोस्वामी ने कॉलेज में पाई गई वित्तीय अनियमितताओं की जानकारी देते हुए बताया कि 2011 से कॉलेज में ट्रस्ट भंग चल रहा है, तब से लेकर आज तक ट्रस्ट ने किसी कमेटी का गठन नहीं किया है। कंचन लाल अग्रवाल अपने आपको कमेटी का अध्यक्ष बताते हैं, जिन्होंने करोड़ों रुपए की धनराशि एएसएम और ब्रज चिकित्सा संस्थान को दान में दे दी। जबकि बीएसए कॉलेज खुद दानदाताओं के सहयोग से चलता है। कॉलेज की धनराशि को दूसरे संस्थानों को डोनेट कर अपना निजी स्वार्थ पूरा करते हुए अपने उपयोग में लिया है। वहीं राजेश अग्रवाल और विनोद गर्ग पर भी करोड़ों के गबन में शामिल होने की बात कही है।

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खाते सीज होने से पहली ही निकाल ली धनराशि

विभागाध्यक्ष शिक्षा संकाय ने यह भी बताया कि कॉलेज में हुए सैकड़ों करोड़ों के घोटाले की लिखित में शिकायत हम लोगों ने बीएसए कॉलेज के प्राचार्य डॉ. ललित मोहन शर्मा के साथ महालेखा परीक्षक, शिक्षा निदेशक उच्च शिक्षा, वित्त नियंत्रक इलाहाबाद के अलावा डीएम और वीसी से की। उन्होंने जांच बैठाई तो घोटाले की बात निकल कर सामने आई और यह बात जब तथाकथित लोगों के कानों तक पहुंची तो उन्होंने खाते सीज होने से पहले ही रुपए निकाल लिए। उन्होंने कहा कि अपने आपको मैनेजमेंट का अध्यक्ष बताने वाले व्यक्तियों की आय से अधिक संपत्ति की जांच की जाए।

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तथाकथित ट्रस्टियों ने साधी चुप्पी

बीएससी कॉलेज में वित्तीय अनियमितताओं और घोटाले की जांच को लेकर जब ट्रस्ट के अध्यक्ष बताने वाले कंचन लाल अग्रवाल और महामंत्री राजेश अग्रवाल से जब संबंध में उनका पक्ष जानने के लिए फोन किया गया तो उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार करते हुए फोन काट दिया।