
Premanand Maharaj Controversy: 'दंडवत… नहीं हमारा तो कोई विरोधी नहीं है। देखो हमारा काम सबको सुख पहुंचाना। हमको सुनने को मिला वहां किसी को दुख पहुंचता है तो हमने रास्ता ही बदल दिया।" यह बात प्रेमानंद महाराज ने एनआरआई ग्रीन सोसाइटी के अध्यक्ष से कही।
इस पर एनआरआई ग्रीन सोसाइटी के अध्यक्ष ने कहा," यूट्यूबर जो होते हैं, इन्होंने फेमस होने के लिए उनको कहके कि ये बाल दो…उन लोगों ने…बृजवासी तो आपको पता है कैसे होते हैं…उन्होंने ये तुरंत ही कह दिया। उनको भी पश्चाताप हो रहा है। सोसाइटी के लोग आपसे माफी मांगना चाहते हैं। लेकिन वो हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं कि वो आपके सामने आए।
इस पर प्रेमानंद महाराज ने कहा, '"अरे नहीं, बिल्कुल आएं। हमारी प्रार्थना है उन लोगों से भी कह दीजिए। हम आपका कभी अहित नहीं कर सकते। हम सबको सुख देने आए हैं। हमने इस विषय में एक शब्द भी किसी से कुछ नहीं कहा। हम सबका स्वागत करते हैं।"
प्रेमानंद महाराज ने आगे कहा, "अगर किसी को कोई परेशानी हो तो हम तो घर के हैं। सीधा यहीं चले आओ। सारी कॉलोनी के लोगों से कह दो कि हम सबको प्यार करते हैं। हमारा किसी से कोई विरोध नहीं है।"
हाल ही में वृंदावन से एक खबर सामने आई थी. जहां प्रेमानंद महाराज का कुछ महिलाओं ने जमकर विरोध किया था. विरोध के पीछे की वजह उनकी रात्रि 2 बजे की पदयात्रा बताई गई. जिसके बाद संत प्रेमानंद ने रात्रि पदयात्रा को बंद कर दिया. इस खबर के बाद पूरे देश में मौजूद उनके भक्त उदास हो गए थे. यहां तक कि भक्तों ने महाराज की पदयात्रा का विरोध करने वाले एनआरआई ग्रीन सोसाइटी के लोगों के खिलाफ मोर्चा तक खोल दिया. अब एनआरआई ग्रीन सोसाइटी के अध्यक्ष प्रेमानंद महाराज की शरण में पहुंच गए और उनसे माफी मांगने लगे. आइए जानते हैं पूरा मामला…
प्रेमानंद महाराज रात में 2 बजे छटीकरा रोड स्थित श्रीकृष्ण शरणम स्थित आवास से श्रीराधा केलिकुंज आश्रम तक पद यात्रा करते है। प्रेमानंद महाराज के दर्शन के लिए बड़ी संख्या में उनके आते हैं। इस दौरान भक्त बैंड बाजे पर डांस और आतिशबाजी करते हैं। साथ ही लाउडस्पीकर पर भजन चलाते हैं। ऐसे में शोरगुल से परेशान होने की बात कहकर पास के एनआरआई ग्रीन सोसाइटी के लोगों ने इस पदयात्रा का विरोध जताया था।
पदयात्र के विरोध के बाद प्रेमानंद महाराज ने भीड़ अधिक होने और अपने स्वास्थ्य का हवाला देकर पदयात्रा स्थगित कर दी। फिर पदयात्रा के समय में बदलाव कर रात दो बजे से सुबह चार बजे कर दिया। इसके साथ ही पदयात्रा एनआरआई ग्रीन सोसइटी के सामने से न होकर प्रेम मंदिर के सामने से रमणरेती पुलिस चौकी मोड़ से श्रीराधा केलि कुंज पहुंने लगी।
संत प्रेमानंद महाराज के पदयात्रा की विरोध की खबर सामने आते ही सोसाइटी के लोगों का विरोध शुरू हो गया। यहां तक कि वृंदावन में कई दुकनदारों ने दुकान के सामने बोर्ड लगा दिया कि NRI ग्रीन वालों को यहां सामान नहीं मिलता है। अगर सोसाइटी वालों को महाराज जी की यात्रा से दिक्क्त थी तो एक बार बात करते, न की इस तरह से विरोध करते।
Updated on:
16 Feb 2025 07:01 pm
Published on:
16 Feb 2025 06:59 pm
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