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28 साल पहले अगवा हुआ था 11 साल का बच्चा, अब शव की तलाश में खोदा जा रहा रजवाहा

UP Crime : आईजी आगरा जोन के निर्देश पर 28 साल पहले अगवा किए गए 11 साल के बच्चे के शव की तलाश में मथुरा में रजवाहा खोदा गया। बच्चे का बड़ा भाई 28 साल से अधिकारियों के चक्कर काट रहा है।

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Mathura Police Dug Rajwaha: मथुरा में 28 वर्ष से एक भाई अपने गायब छोटे भाई की तलाश में थाना से लेकर आईजी ऑफिस तक भटक रहा है। लेकिन न तो उसे और ना ही मथुरा पुलिस को संदिग्ध परिस्थितियों में गायब भाई का कोई सुराग मिला है। भाई की गुहार पर एक बार फिर आईजी जोन आगरा के आदेश पर मथुरा पुलिस सक्रिय हुई है और गुम हुए भाई की तलाश शुरू की है। थाना प्रभारी अजय कुमार ने बताया कि सीओ सदर प्रवीण मलिक, नायब तहसीलदार पंकज यादव की मौजूदगी में जेसीबी से रजबहे के संभावित स्थान की खोदाई कराई गई। हालांकि वहां किसी भी प्रकार के अवशेष नहीं मिले।

दरअसल, मथुरा के थाना राया क्षेत्र के गांव नगला पिरसुआ निवासी स्वर्गीय रोशन लाल का 11 साल का बेटा राकेश सन 1996 में संदिग्ध परिस्थितियों में गायब हो गया। परिवार वालों ने राकेश की काफी तलाश की लेकिन कोई सफलता नहीं मिली। इसके बाद थाना राया में पहले गुमशुदगी दर्ज कराई बाद में अपहरण का मुकदमा संख्या 204/96 दर्ज करा दिया। राकेश के गायब होने के पीछे उसके परिजनों ने उसका अपहरण और हत्या करने का शक पड़ोस में रहने वाले एक परिवार के 4 सदस्यों पर जताया। राकेश के परिवार का पड़ोसी से पुराना विवाद था। राकेश के परिवार को शक था कि पड़ोसी ने ही उसका अपहरण किया है और फिर हत्या कर दी है।


28 साल पहले 11 साल के बालक की अपहरण के बाद हत्या के मामले में पुलिस ने गुरुवार दोपहर तीन बजे रजवाहे की खोदाई शुरू कराई। हालांकि खोदाई में कोई अवशेष नहीं मिला। थाना राया के गांव नगला पिरसुआ निवासी संतशरण का आरोप है कि उसका छोटा भाई राकेश खेलने के लिए अपने घेर में गया था। यहां से गांव के चार लोग उसे अपहरण कर ले गए थे। इस संबंध में थाना राया पर साल 1996 में चार लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इस मामले में पुलिस ने साल 2000 में मध्य प्रदेश से किसी फर्जी लड़के को बरामद कर अंतिम रिपोर्ट लगा दी थी। इसके बाद 4-5 बार और जांच कराई गई। इनमें भी पूर्व जांच के आधार पर क्रम से अंतिम रिपोर्ट लगा दी गई।

संत शरण ने बताया “न्याय न मिलने पर मैंने आईजी आगरा के पास न्याय की गुहार लगाई। अब मेरी जांच सीओ सदर प्रवीण मलिक के पास है। उन्होंने मेरी बातों को सुना और कोयल रजबहे पर स्थित संभावित जगह की खोदाई कराई गई है।” सीओ सदर प्रवीण मलिक ने बताया कि गुरुवार को नायब तहसीलदार पंकज यादव, थाना राया प्रभारी अजय कुमार, विचपुरी चौकी प्रभारी विनय कुमार के साथ बंबा के पास उस स्थान पर टीम पहुंची। जहां संत शरण ने अपने भाई का शव होने की आशंका जताई थी। यहां करीब 1 घंटे तक चली खुदाई के बाद कोई भी अवशेष नहीं मिला। सीओ सदर प्रवीण मलिक ने बताया गायब बच्चे के मामले में जांच मिली है उसी को लेकर शक के आधार पर डीएम के आदेश पर खुदाई कराई लेकिन कोई साक्ष्य नहीं मिला।

आगरा से प्रमोद कुशवाहा की रिपोर्ट


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