monkey Day: वृंदावन के लोगों के लिए मुसीबत बने हैं बंदर, समाधान के लिए हेमा मालिनी ने उठाया था संसद में मुद्दा, देखें वीडियो
इस मामले में स्थानीय निवासी पंकज शर्मा ने बताया कि पूरे शहर में सबसे ज्यादा आतंक बंदरों का ही है। बंदर यहां कभी भी किसी का चश्मा, पर्स मोबाइल ले जाते हैं। बच्चों को काट लेते हैं। घरों को जेल की तरह जाल से पाटकर रखना पड़ता है, ताकि बंदरों से बचा जा सके। वहीं बनवारी लाल शर्मा ने बताया कि बंदरों के आतंक के कारण बच्चों को स्कूल जाने में परेशानी होती है। कई बच्चों को बंदरों ने काटा है। घरों से निकलना दुश्वार है। यहां आने वाले परदेसियों को बंदर परेशान करते हैं। उनका सामान छीन लेते हैं। लंबे समय से वृंदावन के लोग इस समस्या से जूझ रहे हैं, लेकिन कोई समाधान नहीं होता।