
UP Politics: मथुरा पहुंचे सीएम योगी आदित्यनाथ और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत के बीच लगभग डेढ़ घंटे तक एकांत चर्चा हुई। इस मुलाकात को सियासी गलियारों में बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है। आपको बता दें कि लोकसभा चुनाव 2024 के बाद ये पहला मौका था जब दोनों बड़ी हस्तियों ने साथ मिलकर वार्तालाप किया है।
संघ प्रमुख भागवत और मुख्यमंत्री के बीच शाम साढ़े छह बजे से सवा सात बजे तक चर्चा का समय तय था, लेकिन मुलाकात करीब 90 मिनट तक चली। बाद में दोनों ने साथ खाना भी खाया। इसके बाद कुछ अन्य पदाधिकारियों संग भी चर्चा चली। इस तरह कुल करीब ढाई घंटे का समय दोनों ने साथ बिताया। रात नौ बजे के बाद योगी वहां से आगरा के लिए रवाना हुए।
संघ प्रमुख डा. मोहन भागवत और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की लंबी मुलाकात की कड़ियां जोड़ें तो कई संकेत मिलते हैं। संघ के एजेंडे में मथुरा पहले से शामिल है। इसे लेकर सामाजिक जागरण की मुहिम भी चल रही है। योगी पहले भी कृष्ण नगरी को लेकर उसका खोया वैभव लौटाने की बात कह चुके हैं। हालिया हरियाणा चुनाव में भी उनके अब मथुरा की बारी, जैसे बयान से माहौल गर्माया था।
ज्ञानवापी का मामला भी इन दिनों काफी चर्चा में है। ऐसे में बताया जा रहा है कि डेढ़ घंटे की बातचीत में ज्ञानवापी का प्वाइंट भी शामिल है। वहीं, अयोध्या के शामिल होने की भी चर्चा है, क्योंकि राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के बाद इस बार वहां पहला दीपोत्सव आयोजित होने जा रहा है। इसके अलावा, सूबे के सियासी हालात, गैर भाजपाई दलों के एजेंडे, सामाजिक ताने-बाने से जुड़े समीकरणों सहित तमाम अन्य बिंदुओं पर भी चर्चा होने की खबर है। सियासी जानकारों का कहना है कि आने वाले दिनों में इसका असर देखने को मिल सकता है।
एकांत बैठक और भोजन के बाद संघ प्रमुख और सीएम योगी ने अन्य पदाधिकारियों के साथ भी चर्चा की। इस दौरान सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले व अन्य सह सर कार्यवाह मौजूद रहे। इससे पहले गौतम ऋषि कुटीर पहुंचने के बाद मुख्यमंत्री को संघ प्रमुख का कुछ देर इंतजार करना पड़ा क्योंकि उस दौरान संघ प्रमुख और अन्य पदाधिकारी सांध्यकालीन प्रार्थना में थे।
Published on:
23 Oct 2024 01:02 pm
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