
मऊ- मधुबन थाना के दुबारी बंधा मोड़ पर दंपती से हुई लूट के मामले का पुलिस ने खुलासा करते बताया कि लूट की घटना पूरी तरह से फर्जी थी। मधुबन में ही तैनात एक पुलिसकर्मी ने अपने चचेरे भाई को फंसाने के लिए साजिश रची थी। इसमें एक दंपती का सहारा लिया। एसपी ने कहा कि आरक्षी के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर लिया गया निलंबित किया जाएगा।
साजिश में साथ देने वाले दंपती के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। पुलिस अधीक्षक अविनाश पांडेय ने बताया की लूट के मामले में गठित टीम ने जांच में पाया कि पीआरवी पर तैनात आरक्षी राघवेंद्र ने साजिश रची है। उसने अपने चचेरे भाई को फंसाने के लिए एक व्यक्ति से लूट की झूठी सूचना दिलाई। आरक्षी द्वारा इस मामले में वादी मुकदमा को एक पर्स दिया गया था। उससे कहा कि लूट की जगह पर पर्स फेंक देना और पुलिस से बता देना कि लूट के वक्त खींचतान में उसका पर्स गिर गया था।
पर्स से खुल गई साजिश की पोल
पुलिस को मौका मुआयना के समय पर्स मिला। जिसमें एक व्यक्ति के आधार कार्ड की फोटो कापी और खाता नंबर मिला। विवेचना के दौरान पता चला कि पर्स से जिस व्यक्ति के आधार कार्ड की फोटो कापी मिली है, वह आरक्षी राघवेंद्र का चचेरा भाई है। इन दोनों के परिवार में जमीन को लेकर विवाद चला रहा है। जमीन विवाद के कारण ही आरक्षी राघवेंद्र ने साजिश कर अपने चचेरे भाई को मुकदमे में फंसाने के लिए लूट की झूठी सूचना दिलाई थी।
इस संबंध में थाना मधुबन आरक्षी के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया गया है। साथ ही क्षेत्राधिकारी मधुबन की रिपोर्ट पर आरक्षी को निलंबित किया जा रहा है। आगे विधिक कार्यवाही की जाएगी। बताते चलें कि बीते 27 जून को मधुबन पुलिस को एक दंपती ने सूचना दी थी कि मिश्रौली बंधा के पास से बाइक सवार दो बदमाशों ने उनसे सात हजार की नकदी और मंगलसूत्र लूट लिया। इस संबंध में स्थानीय थाने पर दो अज्ञात बदमाशों के विरुद्ध पुलिस मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच में जुटी थी।
Published on:
30 Jun 2023 01:31 pm
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