29 दिसंबर 2025,

सोमवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

गोंड जाति के आंदोलन का नेतृत्व कर्ता निकला फर्जी, तहसील परिसर में उपद्रव मामले में गया जेल

अनुसूचित जनजाति के प्रमाण पत्र को लेकर घोसी तहसील परिसर में उपद्रव एवं तहसीलदार आवास का घेराव कर तोड़फोड़ करने की कोशिश पर पांच लोगों को भेजा गया जेल।

less than 1 minute read
Google source verification

मऊ

image

Abhishek Singh

Jan 13, 2024

ghosithana.jpg

घोसी समाचार

Mau News: गोंड जाति के लोगों द्वारा अनुसूचित जनजाति का प्रमाण पत्र बनाए जाने को लेकर दो दिन पूर्व तहसील घोसी में उपद्रव करने के उपरांत तहसीलदार आवास का घेराव कर तोड़फोड़ की कोशिश की गई थी। इस पूरे प्रकरण में शांति भंग की आशंका को देखते हुए धारा 151 के तहत कुल 5 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है, जिनमें राजेश मंडेला पुत्र हरिहर प्रसाद निवासी कस्बा घोसी, लवकुश कुमार पुत्र स्वर्गीय रामरतन निवासी धरौली थाना मऊ,विशाल पुत्र हरिनाथ निवासी अरियाशो थाना व तहसील घोसी, सूरज पुत्र हरिनाथ निवासी अरियासों थाना व तहसील घोसी, रूपेश पुत्र देवनाथ निवासी अरियासों थाना व तहसील घोसिल शामिल है।

आंदोलन का नेतृत्व कर्ता निकला फर्जी,पूर्व में जारी हो चुका है पिछड़े वर्ग की जाति का जाति प्रमाण पत्र

इस दौरान लोगों का नेतृत्व कर रहे किशन लाल जो खुद ही अनुसूचित जनजाति का प्रमाण पत्र बनवाना चाह रहा है, उसका दिनांक 18 दिसंबर 2022 को पिछड़ी जाति के लिए प्रमाण पत्र जारी किया जा चुका है, जिसका आवेदन क्रमांक 221920030201335 एवं प्रमाण पत्र क्रमांक 621223030724 है। इस संबंध में उप जिलाधिकारी घोसी ने बताया कि आंदोलन का नेतृत्व कर रहे किशन लाल द्वारा खुद ही फर्जी तरीके से अनुसूचित जनजाति का प्रमाण पत्र बनाने के लिए आवेदन किया गया है। साथ ही तहसील परिसर में उपद्रव एवं तहसीलदार आवास के घेराव में उसकी महत्वपूर्ण भूमिका रही है। इस पूरे प्रकरण में उसकी भूमिका संदिग्ध मानते हुए जांच की जा रही है एवं शीघ्र ही इसकी तलाश कर इसके खिलाफ भी विधि संगत कार्यवाही की जाएगी।