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Mau News: टेलीफोन द्वारा किए गए निरीक्षण में 23 अध्यापक मिले अनुपस्थित, बीएसए ने रोका एक दिन का वेतन, मचा हड़कंप

बेसिक शिक्षा कार्यालय द्वारा दूरभाष से प्राप्त सूचना के आधार पर 23 अध्यापक अनुपस्थित पाए गए। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी संतोष कुमार उपाध्याय ने इन सभी का एक दिन का वेतन बाधित करते हुए एक सप्ताह के अंदर साक्ष्य सहित स्पष्टीकरण देने का निर्देश दिया है।

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मऊ

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Abhishek Singh

Apr 22, 2025

जिले में प्राथमिक शिक्षा के सुधार और अध्यापकों की विद्यालय में ससमय उपस्थिति जांचने हेतु बेसिक शिक्षा कार्यालय द्वारा दूरभाष से प्राप्त सूचना के आधार पर 23 अध्यापक अनुपस्थित पाए गए। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी संतोष कुमार उपाध्याय ने इन सभी का एक दिन का वेतन बाधित करते हुए एक सप्ताह के अंदर साक्ष्य सहित स्पष्टीकरण देने का निर्देश दिया है।


प्राप्त जानकारी के अनुसार शनिवार सुबह 8 बजे से कई विद्यालयों पर अध्यापकों की उपस्थित की जानकारी लेने के लिए फोन किया गया। जिसमे 7 विद्यालयों के कुल 23 अध्यापक अनुपस्थित पाए गए। इनमे विकास खंड फतहपुर मंडाव के प्राथमिक विद्यालय छपराभंगी के सहायक अध्यापक प्रकाश वीर मल्ल, गौरव जायसवाल, विमला पांडेय, शिक्षा मित्र शिव कुमारी, प्राथमिक विद्यालय रमऊपुर के अमित राय, विकास खंड बडरांव के प्राथमिक विद्यालय चक भगवान दास के उपेंद्र नायक प्रधानाध्यापक,दिलीप सिंह और निकिता राय सहायक अध्यापक,मीरा देवी और राम कवल शिक्षा मित्र अनुपस्थित पाए गए। वहीं विकास खंड परदहा के कंपोजिट विद्यालय हरपुर की सहायक अध्यापक मुसर्रत जहां,पुष्पांजलि यादव, खुशबू त्रिपाठी, निशा सिंह , विकास खंड रानीपुर के कंपोजिट विद्यालय खानपुर की सहायक अध्यापक सविता सिंह, नीतू सिंह, रीतू राय, प्रिया सिंह शिक्षा मित्र, प्राथमिक विद्यालय भरथीपुर के शिक्षा मित्र सर्वेश पांडेय और साधना यादव, शिक्षा क्षेत्र मुहम्मदाबाद गोहना के प्राथमिक विद्यालय वलीदपुर की सहायक अध्यापक साधना प्रजापति, विकास खंड रतनपुरा के यूपीएस बकुची के शिक्षा मित्र सुधीर सिंह और शशिकला देवी अनुपस्थित पाई गईं।

शिक्षकों ने उठाया सवाल


इस संबंध में नाम न लिखने की शर्त पर शिक्षकों ने बताया कि बीएसए कार्यालय के करीबी लोग चाहे जितने भी दिन अनुपस्थित हो जाएं साक्ष्य होने के बावजूद इनपर कोई कार्रवाई नहीं होती जबकि साधारण अध्यापक अगर 5 मिनट भी देर कर देता है तो उसका वेतन बाधित कर दिया जाता है। बीएसए कार्यालय द्वारा टेलीफोन से सूचना ले कर शिक्षकों का मानसिक और आर्थिक उत्पीड़न किया जाता है।