
मेरठ। पशु कटान मामले में तीन महीने पहले जेल से छूटकर आए दो आरोपियों ने ये धंधा फिर से शुरू कर दिया। इसके लिए उन्होंने 15 हजार रुपये में हापुड़ रोड पर एक गोदाम खरीदा और मृत पशुओं के कटान के बाद मीट सप्लाई करना शुरू कर दिया। इसके लिए दोनों आरोपी खरखौदा थाना पुलिस के पास भी सेटिंग के लिए पहुंचे थे और हर महीने एक लाख रुपये देने का ऑफर रखकर कमेला चलने देने की बात की। सर्विलांस पर इनकी बात पुलिस ने सुन ली और बात एसएसपी अजय साहनी तक पहुंच गई।
एसएसपी के निर्देश पर सर्विलांस इंस्पेक्टर राजेंद्र त्यागी ने खरखौदा पुलिस के साथ मिलकर हापुड़ रोड गोदाम में छापा मारा। पुलिस ने यहां से इरफान, असलम, शहजाद व अफसर को गिरफ्तार किया, जबकि तीन आरोपी फरार हो गए। मौके से पांच टन मृत पशुआें का मीट बरामद हुआ है। पुलिस के अनुसार नगर निगम का ठेकेदार सोरनलाल मृत पशुओं का ठेका लेता है। मृत पशुओं को कटवाकर मीट इरफान और असलम के गोदाम में भिजवाता था। गोदाम मे बर्फ की सिल्लियों में मीट को दबाकर रखा जाता था। यहां 50 टन मीट जमा होते ही उसे दिल्ली भेज दिया जाता था।
दिल्ली से मुंबई और फिर वहां से विदेशों में यह मीट सप्लाई होता था। पुलिस ठेकेदार की तलाश कर रही है। पुलिस के अनुसार मृत जानवारों का मीट सप्लाई करने वालों ने बताया कि वे मेरठ, मुजफ्फरनगर, हापुड़ समेत कई जिलों के देहात क्षेत्रों से मीट एकत्र किया करते थे। एसएसपी का कहना है कि मुख्य पशु चिकित्साधिकारी ने मौके पर मिले मीट की सेंपलिंग की है। इस मामले में जांच की जारी है।
Published on:
07 Oct 2019 11:22 am
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