
मेरठ। नव संवत के मौके पर मेरठ के भैंसाली ग्राउंड में पूरे नवरात्र यहां श्री अयुतचंडी महायज्ञ का आयोजन हो रहा है। इस महायज्ञ में सैकड़ों लोग हिस्सा ले रहे हैं। इसमें कुल 500 क्विंटल आम की लकड़ी के साथ काला तिल, धान, जौ आैर घी के साथ आहुतियां दी जा रही जाएंगी। जबकि इस श्री अयुतचंडी महायज्ञ समिति के इस आयोजन में प्रदूषण कम करने का दावा किया गया है। श्री आयुतचंडी महायज्ञ समिति के उपाध्यक्ष गिरीश बंसल का कहना है कि इस महायज्ञ के लिए बड़ी तैयारियां की गर्इ हैं। एक करोड़ आहुतियां करीब 500 क्विंटल समिधा के साथ पूरा होंगी। इन्हें 108 हवन कुंडों में गाय के घी के साथ आहुतियां सम्पन्न होंगी। उन्होंने कहा कि यज्ञ से वातावरण शुद्ध होता है।
बच रहे प्रदूषण बोर्ड के अफसर
श्री अयुतचंडी महायज्ञ में आहुतियां देने के लिए सैकड़ों लोग इसमें शामिल हाे रहे हैं। इसमें 108 हवन कुंड बनाए गए हैं आैर नौ दिन तक यहां लाखों आहुतियां दी जाएंगी। किसी भी स्थान पर इतनी बड़ी मात्रा में आम की लकड़ियों के प्रयोग से क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की भृकुटियां तन जानी हैं, लेकिन यहां एेसा नहीं हुआ। बल्कि क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अफसर कुछ कहने से बचते नजर आ रहे हैं। मेरठ रीजन के अफसर आरके त्यागी का यह तो कहना है कि इतनी बड़ी मात्रा में लकड़ी जलाने से प्रदूषण होता है, लेकिन महायज्ञ में इतनी लकड़ियां प्रयोग करने के मामले में चुप्पी साध ली। उन्होंने कहा कि यह धार्मिक मामला है, इसलिए कुछ नहीं कह सकते।
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Published on:
19 Mar 2018 02:11 pm
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