
लारेंस बिश्नाई गैंग का मददगार निकला यूपी पुलिस का ये सिपाही, उपलब्ध कराता था मोबाइल सिम
यूपी पुलिस और लारेंस बिश्नोई गैंग की सांठगांठ का मामला सामने आया हैं। जिसमें लारेंस बिश्नोई गैंग के शूटरों की मदद यूपी पुलिस का सिपाही कर रहा था। यूपी पुलिस का सिपाही लारेंस बिश्नोई गैंग के शूटरों को मोबाइल और सिम उपलब्ध कराता था। ये सिपाही कंकरखेड़ा थाने की योगीपुरम पुलिस चौकी पर तैनात सिपाही दीपक मलिक है। इसी सिपाही ने नई दिल्ली की मंडोली जेल में बंद लारेंस बिश्नोई के शार्प शूटर अक्षय अंटिल को मोबाइल और सिम मुहैया कराया था। जेल में मिला मोबाइल फोन और सिम इसी सिपाही द्वारा खरीदे गए थे। दिल्ली की स्पेशल सेल ने सिपाही से करीब दो घंटे पूछताछ की। उसके बाद नोटिस देकर उसे दिल्ली बुलाया है।
बता दें कि करोल बाग के गारमेंट्स व्यापारी हर्ष महाजन से दिल्ली मंडोली जेल से पांच करोड़ की रंगदारी मांगी गई थी। दिल्ली पुलिस की जांच में सामने आया कि रंगदारी मांगने वाला लारेंस बिश्नोई और काला जठेड़ी का शार्प शूटर अक्षय अंटिल उर्फ अक्षय पलड़ा है। पुलिस ने जेल में बंद अक्षय के पास से एप्पल का मोबाइल के अलावा दो सिम बरामद किए थे। पूछताछ में सामने आया कि अक्षय ने काला जठेड़ी के गुर्गे नरेश सेठी के साथ मिलकर रंगदारी मांगी थी। नरेश भी जेल में बंद है। पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड की साजिश में अक्षय का नाम सामने आया है। उससे बरामद सिम कार्ड मेरठ के कंकरखेड़ा थाने की योगीपुरम चौकी पर तैनात सिपाही दीपक मलिक ने खरीदवाए थे।
सिपाही ने सिम एक सीएनजी मैकेनिक के नाम पर खरीदे। इन्हें काला जठेड़ी गैंग के राकेश उर्फ राका को दिया था। राकेश और सिपाही दीपक मलिक सोनीपत निवासी हैं। ये सिम राकेश ने अक्षय अंटिल और नरेश के पास पहुंचाए। सिम से मोबाइल में ऐप डाउनलोड कर इंटरनेशनल काल कर रंगदारी मांगी गई थी। सिपाही दीपक मलिक से पूछताछ की गई। दिल्ली की स्पेशल सेल ने सिम बेचने वाले दुकानदार और सीएनजी मिस्त्री को भी हिरासत में लिया है। एसपी क्राइम अनित कुमार ने बताया कि दिल्ली पुलिस ने सिपाही को पूछताछ के लिए बुलाने का नोटिस जारी किया है।
Published on:
13 Jun 2022 10:25 am
बड़ी खबरें
View Allमेरठ
उत्तर प्रदेश
ट्रेंडिंग
