
मेरठ। मेरठ के बड़े शराब माफिया रमेश प्रधान के ध्यानचंद नगर स्थित घर पर पुलिस ने गुरुवार को बड़ी कार्रवाई की। पुलिस की इस कार्रवाई में आरएएफ की सात गाड़ियां और दो थानों का फोर्स शामिल रहा। छापेमारी के दौरान पुलिस को क्षेत्र की महिलाओं के विरोध का सामना करना पड़ा। शराब माफिया रमेश प्रधान घर से फरार था उसके घर पर पुलिस को मात्र एक बूढी महिला ही मिली। पूछताछ में पुलिस को उससे कोई खास जानकारी नहीं हासिल हो पाई। पुलिस और आरएएफ के जवानों ने इस दौरान आसपास के इलाकों की भी चेकिंग की। ध्यानचंद नगर में रह रहे राजस्थानी परिवार को पुलिस ने पूछताछ के लिए बुलाया और उनके छप्परों को तोड़ने लगे तो पुलिस कर्मियों को राजस्थान की महिलाओं के विरोध का सामना करना पड़ा। महिलाओं का कहना था कि वे राजस्थानी हैं और यहां पर छप्पर डालकर रह रहे हैं उनका शराब माफिया या उसके परिवार से कोई लेना देना नहीं है।
इस कारण हुई कार्रवाई
बुधवार की रात शराब तस्कर रमेश प्रधान के गुर्गे तस्करी की शराब लेकर आ रहे थे। इसकी जानकारी थाना टीपी नगर पुलिस को हुई तो वह चेकिंग करने के लिए टीपी नगर चौराहे पर पहुंच गई। इसी दौरान रात करीब 11 बजे एक कार दिल्ली की तरफ से आई उसे पुलिस ने रूकने का इशारा किया तो चालक ने कार दौड़ा दी। पुलिस ने कार का पीछा किया तो कार से उतरकर चार युवक होटल मुकुट महल के पीछे की बस्ती में जा घुसे। शराब तस्कर को जब इसकी जानकारी लगी, तो वह अपने शराब के गोदाम में मोर्चा संभालकर खड़ा हो गया और उसके लोग भी आ गए। उन्होंने पुलिस कर्मियों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। पुलिसकर्मियों के पीटे जाने की सूचना मिलने पर थाना ब्रहमपुरी और टीपी नगर का फोर्स भी मौके पर पहुंचा। अंधेरा होने के कारण सैकड़ों लोगों ने पुलिसकर्मियों को घेर लिया और दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। क्षेत्र में चर्चा है कि शराब माफिया को थाना ब्रहमपुरी पुलिस का संरक्षण हैं। जिस कारण वह बेखौफ होकर शराब की तस्करी करता है।
एसएसपी का कहना है
एसएसपी राजेश पांडेय ने कहा कि कानून हाथ में लेने वाले को उसके अंजाम तक पहुंचाया जाएगा। तस्कर को किसी भी सूरत में नहीं बक्शा जाएगा।
Published on:
03 May 2018 05:02 pm
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