
Alert: दो अप्रैल की घटना से सबक लेते हुए इस बार यूपी के इस शहर में पुलिस आैर प्रशासन है मुस्तैद
मेरठ। केंद्र सरकार के एससी-एसटी एक्ट में संशोधन को लेकर सवर्णों ने भारत बंद का निर्णय लिया है। जिसके तहत देश के कई राज्यों में गुरुवार को बंद का आह्वान किया गया है। इन राज्यों में मध्यप्रदेश और राजस्थान प्रमुख है। पड़ोसी राज्यों में आज बंद को देखते हुए उप्र के प्रमुख जिलाें में अलर्ट घोषित किया गया है। इन जिलों मे मेरठ भी है। मेरठ में भारत बंद को लेकर अलर्ट जारी किया गया है। इसके तहत जिले के सभी थानों को अलर्ट किया गया है। जिले के सभी संवेदनशील स्थानों पर और महानगर में पीएसी तैनात की गई है। मध्यप्रदेश और राजस्थान में करणी सेना व ब्राह्मण समाज के कुछ संगठनों ने छह सितंबर भारत बंद का आह्वान किया है। इसके चलते मेरठ में भी अधिकारियों को अलर्ट जारी किया है।
इतने स्थानों पर लगाई पीएसी
मेरठ में 21 अतिसंवेदनशील और 39 संवेदनशील स्थानों पर पीएसी लगाई गई है। जिससे कि किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटा जा सके।
मेरठ में हो चुका है पूर्व में इस एक्ट को लेकर दंगा
बताते चले कि बीती दो अप्रैल को एससी-एसटी एक्ट को लेकर दलित समाज के लोग सड़कों पर उतरे थे। इस दौरान हुई हिंसा में कचहरी के पास चली गोली में एक युवक की मौत हो गई थी और दर्जनों लोग घायल हुए थे। हिंसा में करोड़ों रुपये सरकारी और निजी संपति को भी नुकसान पहुंचा था। हिंसा से संबंधित करीब 100 मुकदमों की जांच पुलिस की क्राइम ब्रांच कर रही है। जिसके चलते केंद्र सरकार को सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के खिलाफ संसद में प्रस्ताव लाना पड़ा था।
सवर्ण संगठन ने नहीं दिया समर्थन
केंद्र के उसी निर्णय के विरोध में सवर्णो के कुछ संगठनों द्वारा भारत बंद के आहवान से सरकारी मशीनरी के हाथ-पाव फूल गए हैं। हालांकि मेरठ के किसी भी सवर्ण संगठन ने भारत बंद को समर्थन नहीं दिया है। एसपी सिटी रणविजय सिंह ने बताया कि फिर भी एहतियात के तौर पर जिले में अलर्ट जारी किया गया है।
Published on:
06 Sept 2018 10:04 am
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