
मेरठ। मेरठ नगर निगम में होर्डिंग्स कारोबार मामले में मायावती के करीबी और पूर्व विधायक योगेश वर्मा पर आरोप लगे हैं। उन पर होर्डिंग्स कारोबारियों ने अवैध वसूली के आरोप लगाए हैं। जिसकी शिकायत नगर विकास राज्यमंत्री को की गई है। योगेश वर्मा मेरठ नगर निगम की महापौर सुनीता वर्मा के पति हैं। इससे पहले उन पर मेरठ बंद के दौरान रासुका की कार्रवाई हो चुकी है। वे करीब छह महीने जेल में बंद रहे थे। उन पर मेरठ में आरक्षण के दौरान मेरठ बंद में दंगा भड़काने के आरोप लगे थे। नगर विकास राज्यमंत्री ने नगरायुक्त को जांच कर कार्रवाई के लिए लिखा है। नगरायुक्त ने जांच बैठा दी है।
शिकायती पत्र गंगानगर निवासी प्रमोद कुमार के नाम से भेजा गया है। जिसमें पूर्व विधायक योगेश वर्मा पर आरोप लगाया गया है कि महापौर सुनीता वर्मा के पति योगेश वर्मा नगरायुक्त के जरिये होर्डिंग कारोबारियों से वसूली कर रहे हैं। विरोध करने पर होर्डिंग कारोबारियों को धमकाया जा रहा है। उनका कारोबार बंद करने की धमकी दी जा रही है। जिससे होर्डिंग कारोबार प्रभावित हो रहा है। शिकायती पत्र में मांग की गई है कि इसकी जांच करवाकर नगरायुक्त को इस बारे में कार्रवाई करने के लिए निर्देशित करें। जिससे मेयर पति द्वारा की जा रही अवैध वसूली पूरी तरह से बंद हो सके। शिकायतकर्ता ठेकेदार प्रमोद ने यह भी लिखा है कि उन्होंने 15 लाख रुपये बैंक गारंटी और 20 लाख रुपये टैक्स जमा किया है। वहीं, इस मामले में नगरायुक्त अरविंद कुमार चैरसिया ने 5 सितंबर 2019 को नगर निगम के विज्ञापन प्रभारी राजेश कुमार को लिखा है कि इसकी जांच कराकर कार्रवाई की जाए।
अपने ऊपर लगे आरोपों के बारे में पूर्व विधायक और महापौर पति योगेश वर्मा का कहना है कि उन पर लगाए गए आरोप निराधार है। उन्होंने कहा कि महापौर ने अवैध होर्डिंग को लेकर निगम अधिकारियों से रिपोर्ट मांगी है। साथ ही शासन से भी होर्डिंग माफियाओं की शिकायत की है। इस वजह से उन पर गलत आरोप लगाए जा रहे हैं।
Published on:
19 Sept 2019 12:06 pm
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