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Anant Chaturdashi : कुंडली में है राहु दोष तो अनंत चतुर्दशी पर शुभ योग में करें ये उपाय, जीवन के सभी कष्ट होंगे दूर

Anant Chaturdashi 2021 : इस बार अनंत बुधादित्य योग के कारण सूर्योदनी हुई अनंत चतुर्दशी।

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मेरठ

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lokesh verma

Sep 18, 2021

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मेरठ. Anant Chaturdashi 2021 : भादो माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी (Anant Chaturdashi) विष्णु भगवान के अनंत रूप की पूजा के लिए है। इस दिन श्रद्धा अनुसार पूजन व्रत करते हुए भगवान विष्णु के समक्ष 14 गांठ वाला, पीले धागे वाला अनंत सूत्र रखकर 'ओम अनंताय नमः' के मंत्र का जाप करके पुरुष दाएं हाथ में महिला बाएं हाथ में सूत्र बांध लें तो पूरे वर्ष अनंत भगवान की दिव्य सुरक्षा प्राप्त हो जाती है। इस दिन बिना नमक का भोजन जीवन में अशुभताओं को कम करता है तथा ब्राह्मण को कराया भोजन अनंत भगवान की प्रसन्नता प्राप्त कराता है।

पंडित भारत ज्ञान भूषण कहते हैं कि जिन लोगों के लग्न में अर्थात जन्मपत्री के प्रथम भाव में राहु (Rahu) विराजमान होते हैं, तब अनंत काल सर्प योग के स्थिति बनती है और यह स्थिति वैवाहिक जीवन में तो दोष लाती ही है। साथ ही दिमाग में भारी परेशानी भी पैदा करती है। उन सब लोगों के लिए भी अनंत चतुर्दशी का पूजन पीड़ा, बाधाओं से मुक्ति का मुख्य साधन बन जाता है। इसके लिए चार नारियल सिर पर क्लॉक वाइज 7 बार घुमाकर तेज बहते जल में प्रवाहित करना नकारात्मक ऊर्जा को तेजी से दूर बहा कर ले जाने वाला खास उपाय होता है। उन्होंने बताया कि अनंतनाग भगवान विष्णु का ही एक रूप है। अनंतनाग की पूजा जीवन की बहुत सारी परेशानी और बाधाओं को दूर करने के लिए वरदाई होती है और वह भी अनंत चतुर्दशी के दिन विशेष फलदाई है।

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अनंत चतुर्दशी पूजन मुहूर्त

लाभ अमृत योग 9.11 से 12.14 बजे तक
अभिजीत मुहूर्त 11.50 से 12.39 बजे तक

इस बार 19 सितंबर शनिवार को लग रही अनंत चतुर्दशी

पंचांग के अनुसार, 2021 में अनंत चौदस का पर्व 19 सितंबर दिन रविवार को मनाया जाएगा। ज्योतिष गणना के अनुसार, इस दिन मंगल, बुध और सूर्य एक साथ कन्या राशि में विराजमान होंगे। तीनों के एक साथ होने के कारण मंगल बुधादित्य योग का निर्माण हो रहा है। धार्मिक मान्यता है कि इस विशिष्ट योग में भगवान की पूजा करने पर विशेष फल की प्राप्ति होती है। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा के अलावा भगवान गणेश का विसर्जन भी किया जाता है। ऐसे में अनंत चतुर्दशी का महत्व और अधिक बढ़ जाता है। अनंत चतुर्दशी के दिन पूजा के लिए शुभ मुहूर्त सुबह 6.07 बजे से शुरू होगा, जो अगले दिन 20 सितंबर को सुबह 5.30 बजे तक रहेगा। अनंत चतुर्दशी पर पूजा के लिए शुभ मुहूर्त की कुल अवधि 23 घंटे 22 मिनट तक रहेगी।

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