
मेरठ. सरधना में संदिग्ध हालात में मारे गए मासूम आभास के फौजी पिता ने मंगलवार को कमिश्नर के नाम एक ज्ञापन सौंपा। उन्होंने आभास की मौत को हत्या बताते हुए एसपी देहात को आरोपों के कटघरे में खड़ा कर दिया। साथ ही चेतावनी दी कि यदि उन्हें इंसाफ नहीं मिला तो वह आने वाले मंगलवार को अपने परिवार के साथ सरधना तहसील में आत्मदाह कर लेगा। उन्होंने कहा कि पुलिस का रवैया शुरू से ही लापरवाही वाला रहा है। पुलिस चुनाव में लगी थी और उनके लापता बेटे को तलाश करने के लिए किसी ने प्रयास नहीं किए।
खेड़ा निवासी फौजी अंकित सोम अपने परिवार के लोगों के साथ मंगलवार को कमिश्नर कार्यालय पहुंचा। उसने बताया कि बीते 24 नवंबर को उसका ढाई वर्षीय पुत्र आभास लापता हो गया था, जिसके बाद 30 नवंबर को आभास का शव गांव के बाहर तालाब में बरामद हुआ। पुलिस तालाब में डूबकर आभास की मौत होने की बात कहकर अपना पिंड छुड़ा रही है। जबकि तालाब उसके घर से आधा किलोमीटर दूर है। उसने सवाल किया कि ढाई वर्षीय मासूम अकेला इतनी दूर कैसे जा सकता है? उसने आरोप लगाया कि मामले की जांच कराने की मांग लेकर वह सोमवार को एसपी देहात से मिलने पहुंचा तो उन्होंने उसके साथ अभद्रता करते हुए उसे भगा दिया।
अंकित ने कहा कि जब शहर में उसके बच्चे ही सुरक्षित नहीं हैं तो वह भला सीमा पर देश की सुरक्षा कैसे कर सकता है। उसने चेतावनी दी कि यदि पुलिस ने आभास की हत्या का खुलासा नहीं किया तो वह अगले मंगलवार को अपने परिवार के साथ सरधना तहसील में आत्मदाह करेगा। वहीं एसपी देहात राजेश कुमार ने अंकित के साथ किसी प्रकार की अभद्रता से इनकार किया है। उन्होंने मामले की जांच की बात कही है।
Published on:
06 Dec 2017 09:41 am
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