Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

प्रेम कहानी का दर्दनाक अंत, हल्दी की रस्म से पहले युवती ने प्रेमी संग जहर खाया, आखिरी कॉल ने खोले राज

Meerut News: हल्दी की रस्म से पहले युवती ने प्रेमी संग जहर खा लिया। दोनों लोहियानगर थाना क्षेत्र के काजीपुर गांव के पास कार में तड़पते मिले मिले। इलाज के दौरान दोनों की मौत हो गई।

2 min read
Google source verification

मेरठ

image

Aman Pandey

Jan 16, 2025

Meerut News, Meerut News Today, Meerut News in Hindi, love story

मेरठ के खरखौदा क्षेत्र में बुधवार को प्रेमी युगल शिवांक त्यागी (24) और सोनाली (23) ने जान दे दी। युवती के घर में उसकी हल्दी की रस्म होनी थी। शुक्रवार को उसकी शादी थी। युवक का भी दूसरी जगह रिश्ता तय हो गया था।

पुलिस के मुताबिक, अंतराड़ा का शिवांक त्यागी और पड़ोस के बावनपुरा की सोनाली में तीन साल से प्रेम संबंध थे। युवती एनसीआर इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस में क्लर्क थी। उसके पिता भी वहीं नौकरी करते हैं। शिवांक अपने चाचा भाजपा नेता उमेश त्यागी के साथ हार्डवेयर की दुकान चलाता था। प्रेम संबंधों का पता चलने पर युवती के परिजनों ने विरोध किया और खरखौदा के पुलिसकर्मी से उसकी शादी तय कर दी। मंगलवार को युवती के परिजन सगाई लेकर गए थे। बुधवार दोपहर हल्दी की रस्म थी।

चाचा...इसे आखिरी कॉल समझना

सोनाली बुधवार सुबह शादी की खरीदारी की बात कहकर घर से निकली। गांव के बाहर से प्रेमी कार में उसे ले गया। दोपहर में शिवांक ने परिजनों को फोन किया। हमने जहर खा लिया है, अब नहीं बचेंगे। इसे मेरी आखिरी कॉल समझना। प्रेमिका सोनाली के साथ जहर निगलने के बाद उसने अपने चाचा को फोन कर यह जानकारी दी।

कार में तड़पते मिले दोनों

परिजन तलाश करते हुए बिजली बंबा चौकी क्षेत्र में काजीपुर गांव के पास पहुंचे तो दोनों कार में तड़पते हुए मिले। परिजनों ने दोनों को अस्पताल में भर्ती कराया। उपचार के दौरान शाम को पहले युवक और फिर युवती की मौत हो गई। पुलिस का कहना है कि किसी भी पक्ष है तहरीर नहीं मिली है। एक सुसाइड नोट मिला है, जिसमें उन्होंने आत्महत्या के लिए किसी को जिम्मेदार नहीं ठहराया है।

इकलौता था शिवांक

शिवांक के चाचा उमेश त्यागी खरखौदा व्यापार मंडल के अध्यक्ष और भाजपा किसान मोर्चा के अध्यक्ष हैं। शिवांक का रिश्ता भी परिजनों ने चाचा उमेश की ससुराल में तय कर दिया था। अंगूठी पहनाने की रस्म भी हो चुकी थी। वह भी घर में इकलौता बेटा था। किसी को यकीन नहीं हो रहा था कि शिवांक ऐसा कदम उठा सकता है। रात में ही उसके शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद परिजन शव अपने साथ घर ले गए और अंतिम संस्कार कर दिया