
मेरठ। बडकली गांव में दो चचेरे भाइयों ने मिलकर कक्षा छह की अपनी मासूम बहन को घर में बंधक बनाकर लगातार सामूहिक बलात्कार (गैंगरेप) करते आ रहे हैं। उनकी इस घिनौनी हरकत से वह मासूम छात्रा चार महीने का गर्भ लेकर दौराला पुलिस से न्याय की गुहार लगा रही है। इस पर आरोपी उसके पूरे परिवार को जान से मारने की धमकी दे रहे हैं। लेकिन पीड़ित मासूम के दर्द का दौराला पुलिस खुलकर मजाक उड़ा रही है। पिछले तीन दिनों से पीड़ित परिवार थाने के चक्कर लगाकर पुलिस से न्याय दिलाने की गुहार लगा रहा है। लेकिन इस सबके बावजूद थाना पुलिस आरोपियों से सांठ-गांठ कर मामले को रफा-दफा करने में जुटी है। इससे आरोपियों के हौसले और बुलंद हो रहे हैं।
दरअसल बडकली गांव निवासी 12 वर्षीय एक छात्रा बडकली-चिरौडी मार्ग स्थित एक इंटर कालिज में कक्षा छह की छात्रा है। छात्रा व उसके परिजनों का आरोप है कि पांच महीने पहले परिवार की एक महिला की मदद से दो चचेरे भाइयों ने मिलकर उसके साथ अपने घर में ही जबरन गैंगरेप की घटना को अंजाम दिया था। इस पर उसकी हालत बिगड़ गई थी। होश में आने पर आरोपी भाइयों ने गोली मारने की धमकी देकर उसका मुंह बंद कर दिया था। तभी से ही दोनों आरोपी उसके साथ लगातार गैंगरेप की घटना को अंजाम दे रहे हैं। उनकी घिनौनी हरकत से वह चार महीने की गर्भवती हो गई है।
तीन दिन पूर्व बेटी की हालत बिगड़ने पर परिजनों ने एक चिकित्सक से मासूम छात्रा का मेडिकल परीक्षण कराया तो उसके गर्भवती होने की जानकारी लगी। परिजनों ने पीड़िता से मामले की जानकारी की तो उसने पूरे मामले का पर्दाफाश कर दिया। इससे परिजनों के पैरों तले जमीन खिसक गई। बताया गया है कि छात्रा के परिजन मामले की शिकायत लेकर आरोपियों के घर पहुंचे तो आरोपियों सहित परिजनों ने उनके साथ अभद्रता व गाली-गलौज करते हुए मारपीट कर दी और मुंह खोलने पर गोली मारने की धमकी देकर घर से खदेड़ दिया।
पुलिस ने पीड़िता को बता दिया मानसिक रोगी
पीड़िता के परिजन मासूम को लेकर थाने पहुंचे तो पुलिस ने उसे मानसिक रोगी बताकर अपना पल्ला झाड़ना चाहा, लेकिन परिजन बच्ची का मेडिकल परीक्षण कराने पर अड़ गए। इस सब के बावजूद पुलिस ने छात्रा को मानसिक रोगी करार दे दिया। जबकि उसके मेडिकल परीक्षण में चिकित्सक ने उसका दिमागी संतुलन पूरी तरह ठीक होने की पुष्टि कर दी। इससे दौराला पुलिस का सिर दर्द और बढ़ गया। परिजनों ने आरोपियों के खिलाफ थाने पर लिखित शिकायत की तो पीड़ित पक्ष का आरोप है कि पुलिस ने मामला दर्ज करने से इंकार कर दिया।
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परिजन दर्जनों ग्रामीणों के साथ थाने पहुंचे और दौराला पुलिस पर आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कार्रवाई का दबाव बनाया तो पुलिस ने जांच के बाद मुकदमा दर्ज करने का आश्वासन देकर उन्हें भगा दिया। इससे आरोपियों के हौसले और बुलंद हो गए। आरोपी खुले आम पीड़ित परिवार को हत्या करने की धमकी दे रहे हैं। आरोपियों की धमकी से पीड़ित परिवार दहशत में है। परिजनों का कहना है कि न्याय की मांग लेकर आखिर हम जाएं तो कहा जाएं। इस बारे में जब एसएसपी राजेश कुमार पांडे से बात की गई तो उनका कहना था कि मामला उनके संज्ञान में नहीं है। इसको दिखवाते हैं। पीड़िता को पूरा न्याय मिलेगा। आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
Published on:
20 Aug 2018 08:00 pm
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