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अब नई शिक्षा नीति के तहत होंगे एडमिशन, प्रवेश समिति हुई गठित, जानिए पूरी प्रक्रिया

2021—22 में स्नातक स्तर कक्षाओं में दाखिले का लेगी निर्णय। छह सदस्यीय समिति में प्रति कुलपति और छात्र कल्याण अधिष्ठाता शामिल। 70 फीसद समान पाठयक्रम पहले ही जारी किया जा चुका।

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मेरठ

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Rahul Chauhan

May 25, 2021

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मेरठ। सत्र 2021—22 में स्नातक स्तर कक्षाओं में दाखिले के लिए चौधरी चरण सिंह विवि (chaudhary charan singh university) के कुलपति प्रोफेसर एन के तनेजा ने प्रवेश समिति का गठन कर दिया। इस छह सदस्यीय समिति में विवि के प्रति कुलपति, विज्ञान संकायाध्यक्ष, कला संकायाध्यक्ष, एनसीआरआइईटी के निदेशक, सांख्यिकी विभाग के प्रो. हरे कृष्ण और छात्र कल्याण अधिष्ठाता शामिल किए गए हैं। नए सत्र 2021-22 में विवि कैंपस व कालेजों में प्रवेश नई शिक्षा नीति के तहत ही होगा। नई शिक्षा नीति में विषयों का चयन सहित अन्य प्रक्रिया और प्रदेश भर के लिए 70 फीसद समान पाठ्यक्रम पहले ही जारी किया जा चुका है। विवि के बोर्ड आफ स्टडीज को शेष 30 फीसद सिलेबस स्थानीय स्तर पर तैयार करना है। प्रवेश समिति प्रवेश के नियमों को उसी के अनुरूप तैयार करेगी।

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विवि की वेबसाइट पर न्यूनतम समान पाठयक्रम को अपलोड कर दिया गया है। इनमें स्नातक स्तर पर कला एवं मानविकीय में 16 विषय, भाषा में चार विषय, विज्ञान में नौ विषय, बीकाम, बीएड, बीबीए, बीएलआइएस और अनिवार्य को-करीकुलर में छह विषयों के न्यूनतम समान पाठ्यक्रम हैं।

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ऐसी होगी प्रवेश प्रक्रिया और विषय चुनाव

पहले छात्र विवि या कालेज में संंकाय का चुनाव करेंगे। विवि व कालेज उपलब्ध सीट व नियमों के आधार पर छात्र को प्रवेश देंगे। छात्र तीन प्रमुख विषय चुनेंगे। जिनमें दो मुख्य विषय चुने हुए संकाय से लेना अनिवार्य होगा। तीसरा मुख्य विषय छात्र अपने संकाय या दूसरे संकाय से ले सकते हैं। छात्र को प्रथम चार सेमेस्टर के लिए एक माइनर विषय किसी दूसरे संकाय से लेना अनिवार्य होगा। उपलब्ध सीटों के आधार पर माइनर विषय आवंटित होंगे। हर छात्र को प्रथम चार सेमेस्टर तक हर सेमेस्टर में एक रोजगार परक पाठ्यक्रम लेना अनिवार्य होगा।


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