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यूपी के इन जनपदों में बढ़ते प्रदूषण के कारण डीजल और पेट्रोल के पुराने वाहन सीज करने के आदेश

Highlights दिवाली पर पटाखे बेचने और चलाने वालों पर कार्रवाई की रिपोर्ट मांगी कमिश्नर ने मंडलीय स्तरीय बैठक में अफसरों को दिए निर्देश उद्योगों पर निगरानी रखने के लिए टीम बनाकर कार्रवाई के निर्देश

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मेरठ। वेस्ट यूपी के कई जनपदों में दिवाली से लेकर अब तक काफी वायु प्रदूषण बढ़ गया है। कमिश्नर अनिता सी. मेश्राम ने दिवाली पर निर्धारित समय के बाद पटाखे चलाने वालों और ग्रीन पटाखों को बेचे जाने को लेकर बरती गई लापरवाही पर की गई कार्रवाई की आख्या मांगी। इससे अफसरों में हड़कंप मचा है। दिवाली से अब तक बढ़े वायु प्रदूषण से हो रही लोगों को दिक्कतें के कारण प्रशासनिक अफसरों में भी खलबली मची हुई है। मेरठ, गाजियाबाद, गौतमबुद्ध नगर और मुजफ्फरनगर के प्रशासनिक अफसरों से कमिश्नर ने कार्रवाई की आख्या मांगी है।

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आयुक्त सभागार में हुई बैठक में मंडल स्तरीय बैठक में कमिश्नर अनिता सी. मेश्राम ने कहा कि पर्यावरण प्रदूषण प्राधिकरण के निर्देश थे कि दिवाली पर ग्रीन पटाखे ही बेचे और चलाए जाएं। तय समय सीमा के बाद पटाखे चलाने वालों पर मेरठ, गाजियाबाद, गौतमबुद्ध नगर और मुजफ्फरनगर में क्या कार्रवाई की गई, इसकी आख्या दी जाए। कमिश्नर ने प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अफसरों को निर्देश दिए कि उद्योगों पर निगरानी के लिए टीम बनाकर दिन-रात निरीक्षण कराएं। प्रतिबंधित ईंधन का उपयोग नहीं किया जाए। उन्होंने संभागीय परिवाहन विभाग के अफसरों को 10 वर्ष पुराने डीजल व 15 साल पुराने पेट्रोल वाहनों को सीज करने के भी निर्देश दिए।

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बैठक में जिलाधिकारी मेरठ अनिल ढींगरा, अपर आयुक्त उदयी राम, एमडीए उपाध्यक्ष राजेश पांडेय, जिला वन अधिकारी अदिति शर्मा, नगर आयुक्त मेरठ अरविंद चौरसिया, एडीएमई गौतम बुद्ध नगर दिवाकर सिंह समेत अनेक विभागों के अफसर मौजूद थे। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी आरके त्यागी ने बताया कि वायु प्रदूषण नापने के लिए मेरठ में तीन स्टेशन, गाजियाबाद में चार, नोएडा में चार, ग्रेटर नोएडा में दो और हापुड़, बुलंदशहर व बागपत में एक-एक स्टेशन बनाया गया है।