
मेरठ। भाजपा सरकार के खिलाफ विपक्ष ने मोर्चा खोल दिया है। सीएए के विरोध में हुई हिंसा के बाद जिले में लागू हुई धारा 144 को केंद्र और प्रदेश सरकार की दमनकारी नीति बताते हुए विपक्षी दलों ने भाजपा सरकार पर आरोप लगाए हैं। कांग्रेस, सपा और रालोद के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने कमिश्नरी पार्क में धरना देते हुए राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा।
20 दिसंबर को सीएए के विरोध में जिले में हुई भारी हिंसा के बाद से लगातार धारा 144 लागू है। इसी का विरोध करते हुए समाजवादी पार्टी के जिला अध्यक्ष राजपाल सिंह एडवोकेट, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सरदार मनजीत सिंह कोछड़ और रालोद के जिलाध्यक्ष राहुल देव के नेतृत्व में तीनों दलों के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने चौधरी चरण सिंह पार्क में धरना दिया। तीनों दलों के नेताओं ने जिले में लागू धारा 144 को भाजपा की केंद्र और प्रदेश सरकार की सोची-समझी साजिश बताया। उन्होंने आरोप लगाया कि ब्रिटिश हुकूमत की तरह हिटलरशाही दिखाते हुए धारा 144 लागू करके केंद्र और प्रदेश सरकार विपक्षी दलों की आवाज को दबाने का काम कर रही है। एक तरफ जहां अन्य दलों के नेताओं को धारा 144 का हवाला देकर एक कमरे तक में एकत्र नहीं होने दिया जा रहा।
वहीं, दूसरी तरफ भाजपा के वरिष्ठ नेता इसी कानून का उल्लंघन करके जिले में रैलियां कर रहे हैं। तीनों दलों के नेताओं ने राज्यपाल के नाम सौंपे ज्ञापन में जिले से धारा 144 तत्काल हटाए जाने की मांग की। इसी के साथ चेतावनी दी कि यदि प्रशासन ने विपक्षी पार्टियों के कार्यकर्ताओं के साथ मनमानी का प्रयास किया तो इसका करारा जवाब दिया जाएगा।
Published on:
28 Jan 2020 06:06 pm
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