
पत्रिका न्यूज नेटवर्क
मेरठ। शनिवार को जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन के बाद अब किसानों ने गाजीपुर कूंच की तैयारी शुरू कर दी है। रविवार को किसानों के जत्थे गाजीपुर के लिए रवाना हो गए। दरअसल, कृषि कानूनों के विरोध में चल रहे कृषि आंदोलन को लेकर गत शनिवार को जिला मुख्यालय पर भाकियू पदाधिकारियों ने ज्ञापन सौंपे थे। इसके बाद अब भारतीय किसान यूनियन के पदाधिकारियों ने दिल्ली—गाजीपुर बार्डर के लिए तैयारी शुरू कर दी है। इससे पहले वह कई दिनों तक जाम की तैयारी में जुटे थे। हालांकि, बाद में जाम निरस्त कर दिया गया था और केवल ज्ञापन सौंपने का कार्यक्रम रखा गया था। भाकियू ने सहयोगी किसान संगठनों को साथ लेकर प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा।
भाकियू जिलाध्यक्ष मनोज त्यागी ने बताया कि कृषि कानूनों को वापस लेने, एमएसपी पर कानून बनाने समेत पांच बिंदुओं पर प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा गया है। उन्होंने कहा कि जब तक सरकार कृषि कानूनों को वापस नहीं लेती है, तब तक आंदोलन जारी रहेगा। जाम को रद करने के बाद भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि जाम की कॉल वापस नहीं ली गई। बल्कि कार्यक्रम में मामूली सा फेरबदल किया गया है।
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भारतीय किसान यूनियन के मंडल महामंत्री सत्यवीर जंगेठी ने शनिवार को कंकरखेड़ा के जंगेठी गांव में चौपाल का आयोजन किया। उन्होंने किसानों से दस-दस दिनों के लिए गाजीपुर बार्डर पर आंदोलन में शामिल होने के लिए सहयोग मांगा। उन्होंने कहा कि राशन सामग्री व रहने के लिए पर्याप्त व्यवस्था किसान स्वयं की जिम्मेदारी पर करके ही गाजीपुर बार्डर के लिए रवाना हो।
Published on:
07 Feb 2021 11:38 am
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