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पुलिस का अमानवीय चेहराः मंदिर के पास खुल रहे शराब के ठेके का विरोध करने वाली महिलाआें पर टूटा कहर कर्इ दिनों से फोन की जिद कर रहा था सरधना में एक किशोर ने फांसी लगाकर अपनी जान दे दी। परिजनों ने बिना पुलिस को सूचना दिए शव का अंतिम संस्कार कर दिया। बताया जाता है कि परिवार वालों द्वारा मोबाइल दिलाने से इंकार करने पर किशोर ने आत्मघाती कदम उठा लिया। जानकारी के अनुसार कस्बे के मोहल्ला नवाबगढ़ी का निवासी अलाउद्दीन कपड़ा बुनने के कारखाने में मजदूरी करके अपने परिवार का पेट पालता है। सूत्रों के अनुसार अलाउद्दीन का 16 वर्षीय पुत्र नदीम पिछले कई दिनों से अपने पिता से मोबाइल लेने की जिद कर रहा था। अलाउद्दीन द्वारा पैसे पास न होने की बात कहने पर नदीम उस पर अपनी नौकरी से पांच हजार रुपये एडवांस लेने का दबाव बना रहा था।
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बसपा के इस पूर्व सांसद के भाई की मीट फैक्ट्री में तीन युवकों की मौत से मच गया हड़कंप, जमकर हुआ हंगामा फांसी पर लटका देख मच गया कोहराम अलाउद्दीन ने कहा कि पहले वह अपनी पढ़ार्इ पूरी करे, इसके बाद ही वह उसे मोबाइल दिलवाएगा। बेटे ने उसे एडवांस लेेने की सलाह दी, जिस पर पिता ने इनकार कर दिया। इस पर नदीम नाराज हो गया। देर रात नदीम ने अपने कमरे की छत के कुंडे से रस्सी बांध फांसी लगाकर अपनी जान दे दी। सुबह कमरे में नदीम का शव रस्सी से झूलता देख परिवार में कोहराम मच गया। परिवार वालों ने पुलिस को जानकारी दिए बिना आनन-फानन में शव का अंतिम संस्कार कर दिया। मौके पर पहुंची पुलिस ने मामले की जांच की, लेकिन पुलिस से कोई कार्रवाई न करने की बात कहते हुए वापस कर दिया।