16 December 2025,

Tuesday

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

भाजपा कार्यकर्ताओं और जूनियर डॉक्टरों में मारपीट, देर रात थाने में चला हंगामा

इंस्पेक्टर मेडिकल प्रमोद गौतम का कहना है कि दोनों पक्षों की तरफ से कोई तहरीर नहीं दी गई है। दोनों पक्षों ने अपनी गलती मानते हुए समझौता कर लिया है।

2 min read
Google source verification

मेरठ

image

Nitish Pandey

Sep 07, 2021

meerut_bjp-doctor.jpg

मेरठ. भाजपा कार्यकर्ताओं और मेडिकल कॉलेज के जूनियर डॉक्टरों में जमकर मारपीट हुई। जिसमें दोनों पक्षों के कई लोग घायल हो गए। भाजपा कार्यकर्ताओं ने लाठी-डंडे के साथ जूनियर डॉक्टरों पर हमला बोला और दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। इसके बाद जूनियर डॉक्टरों ने हाकी और लोहे की रॉड के साथ भाजपाइयों को सड़क पर दौड़ाकर पीटा। मौके पर पहुंची पुलिस दोनों पक्षों को थाने ले गई और देर रात दोनों पक्षों के बीच समझौता हो गया। घटना बाइक और कार टकराने के बाद हुई कहासुनी के बाद हुई।

यह भी पढ़ें : नए पोर्टल ने बढ़ाई करदाताओं की परेशानी, इनकम टैक्स रिटर्न दाखिल करने में हो रही है दिक्कत

बीजेपी नेता की कार से टकरा गई थी बाइक

जागृति विहार सेक्टर छह निवासी भाजपा कार्यकर्ता विशाल चौधरी व उनके साथी कार से उतर रहे थे। तभी पीछे से आ रहे जूनियर डॉक्टर सिद्धार्थ की बाइक कार के दरवाजे से टकरा गई। दोनों पक्षों में कहासुनी हो गई। जूनियर डॉक्टर ने मेडिकल कॉलेज फोन कर अपने साथियों को मौके पर बुला लिया। इसके बाद दोनों पक्षों में मारपीट हो गई। जूनियर डॉक्टरों की संख्या कम होने पर भाजपा कार्यकर्ता उनके ऊपर हावी हो गए और जूनियर डॉक्टरों को जमकर पीटा।

दोनों पक्षों में जमकर चले लाठी-डंडे

अपने को पिटता देख जूनियर डॉक्टरों ने मेडिकल फोन कर और साथियों को मौके पर बुला लिया। इसके बाद तो दोनों पक्षों में जमकर सड़क पर लाठी-डंडे, हॉकी और लोहे की रॉड चली। मौके पर पहुंची थाना मेडिकल की पुलिस दोनों पक्ष के लोगों को थाने ले आई। थाने पर भी दोनों पक्षों की ओर से हंगामा होता रहा। दोनों पक्षों के युवकों को पुलिस थाने ले आई थी। दोनों तरफ से मामले की तहरीर दी गई। लेकिन उसके बाद भाजपा विधायक ने कार्यकर्ताओं को बचाने के लिए पुलिस पर समझौता कराने का दबाव बनाया।

गलती मानते हुए कर लिया समझौता

वहीं इंस्पेक्टर मेडिकल प्रमोद गौतम का कहना है कि दोनों पक्षों की तरफ से कोई तहरीर नहीं दी गई है। दोनों पक्षों ने अपनी गलती मानते हुए समझौता कर लिया है। पुलिस पर बीजेपी विधायक द्वारा दबाव बनाने से थाना पुलिस ने से इंकार किया है।

BY: KP Tripathi

यह भी पढ़ें : Kisan Mahapanchayat: खेती के लिए सोना कहे जाने वाले मुजफ्फरनगर की धरती से फूटा धरती पुत्रों के आक्रोश का लावा