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Meerut News: बिजली घर जलमग्न, गांव खाली कराने को मुनादी; हालात बेकाबू; इन जिलों में भारी बारिश का अलर्ट

Meerut News: पश्चिम यूपी में बारिश से हालात खराब हैं। मेरठ के हस्तिनापुर से लेकर बिजनौर तक हालात बेकाबू हैं। अगर यही हालात रहे तो बाढ़ गांव में तबाही मचा सकती है।

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मेरठ

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Kamta Tripathi

Jul 12, 2023

Meerut News: बिजली घर जलमग्न, गांवों को खाली करने की मुनादी हालात बेकाबू; इन जिलों में भारी बारिश का अलर्ट

बिजली घर जलमग्न, गांवों को खाली करने की मुनादी हालात बेकाबू; इन जिलों में भारी बारिश का अलर्ट

Meerut News: पिछले कई दिनों से लगातार हो रही बारिश के चलते हालात बेकाबू होते जा रहे हैं। बारिश से मेरठ के कई गांवा में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। वहीं बिजनौर में बिजली घर और पशु चिकित्सालय जलमग्न हो गया है। बाढ़ का पानी गांवों में घुसा तो तबाही मचाएगा। प्रशासन हर स्थिति से निपटने की तैयारी कर रहा है। वही मौसम विभाग ने एक बार फिर से पश्चिम यूपी के मेरठ मंडल के जिलों और सहारनपुर में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। गंगा के उफान पर आने से हस्तिनापुर से लेकर बिजनौर तक हालात बेकाबू हो रहे हैं। बिजनौर में बिजली घर, पशु चिकित्सालय और मंदिर जल मग्न हैं। वहीं, हस्तिनापुर में सैकड़ों गांवों के चारों तरफ गंगा का जलस्तर बढ़ रहा है। पिछले कई दिनों से लगातार हो रही बारिश से गंगा उफान पर आ गई है।

मंगलवार को बिजनौर बैराज से एक लाख 29 हजार क्यूसेक पानी का छोड़ा गया। जिससे खादर क्षेत्र में कच्चे तटबंध की स्थिति नाजुक हो गई है। प्रशासन ने मुनादी कराकर गांव वालों को अलर्ट कर दिया है। गंगा नदी के उफान पर आने से खादर क्षेत्र में कच्चे तटबंध पर कटान हो रहा है। कटान को रोकने के लिए मनरेगा के श्रमिक और खादर क्षेत्र में विकास खंड से मनरेगा के सैकड़ों मजदूर लगे हैं। लेकिन तेज बारिश में कटाना रोकने में परेशानी आ रही है। तेज बारिश में कटान को रोकने के प्रयास किए जा रहे हैं। जेसीबी मशीन से कच्ची तटबंध की मिट्टी लगाकर मजबूत करने का काम जारी है। खादर क्षेत्र के ग्रामीणों का कहना है कि अगर गंगा का जलस्तर ऐसे ही बढ़ता रहा तो कच्चा तत्व टूटकर खादर में तबाही मचा सकता है। इसलिए कटान को रोकने के लिए पुख्ता प्रबंध करने होंगे।

सैकड़ों की संख्या में सुबह ग्रामीण तटबंध पर पहुंचे। उसके बाद मामले जानकारी प्रशासनिक अधिकारियों को दी। अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया। क्षेत्र में बाढ़ चौकियों को अलर्ट किया है। एसडीएम अखिलेश यादव गंगा के जलस्तर पर पूरी निगरानी की हुई है। प्रशासन पल-पल की अपडेट वार्ड चौकियों पर तैनात लेखपालों से ले रहा है। सिंचाई विभाग के अधिकारी तटबंध पर तैनात हैं। मंगलवार को हरिद्वार से एक लाख 77 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। जो खादर क्षेत्र में पहुंचकर हालातों को और नाजुक बना सकता है।

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लगातार बढ़ रहा है जलस्तर
मंगलवार रात गंगा का जलस्तर 1 लाख 29 हजार क्यूसेक पर पहुंच गया। पहाड़ी क्षेत्रों में लगातार हो रही बारिश से पानी में वृद्धि होन रही है। बारिश के कारण बढ़ रहे गंगा जलस्तर को देखते हुए प्रशासनिक अधिकारियों ने सिंचाई विभाग और तहसील विभाग को अलर्ट किया है। जो हर स्थिति पर नजर रखे हुए हैं। लगातार बढ़ रहे जलस्तर से खादर में कच्चे तटबंध के हालात नाजुक हैं। प्रशासन ने गांवों में मुनादी कराई है।

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ग्रामीणों को बताया गया कि गंगा में दो लाख क्यूसेक पानी और छोड़ा जाएगा। इससे किसी भी समय बाढ़ की स्थिति बन सकती है। ऐसे में गंगा के तटवर्ती गांवों को अलर्ट जारी किया गया है। मंडावली और भागूवाला में फोरलेन मार्ग पर जलभराव हो गया है। भागूवाला में बिजली घर, पशु चिकित्सालय और प्राचीन मां काली मंदिर भी जलमग्न हो गया है