
Alcohol Theft Case : एल्कोहल चोरी के मामले में शुगर मिल का जीएम वांटेड घोषित,भगोड़े की तलाश में पुलिस की दबिश
Alcohol Theft Case सर्विलांस टीम ने कंकरखेड़ा क्षेत्र में चुनाव से ठीक पहले एल्कोहल के दो टैंकर बरामद किए थे। जिसमें 70 हजार लीटर एल्कोहल था। यह एल्कोहल मेरठ की दौराला ड्रिस्टलरी से अलीगढ़ तस्करी कर भेजा जा रहा था। हालांंकि बीच रास्ते में टैंकर के चालक और परिचालक कुछ शराब माफिया के साथ सेटिंग कर एल्कोहल की चोरी टैंकर से करते थे। इसी एल्कोहल से शराब माफिया जहरीली शराब बनाते थे। मामले में चार आरोपियों विश्वास निवासी बागपत, करनैल निवासी बिजनौर, आलोक निवासी दौराला और समयदीन निवासी सरधना की गिरफ्तारी की थी। मुकदमा कंकरखेड़ा थाने में दर्ज किया गया था।
शासन ने एसआईटी को सौंपी थी जांच
छानबीन के दौरान पता चला कि दौराला ड्रिस्टलरी के जीएम और आबकारी अधिकारियों की मौजूदगी में ही टैंकरों में एल्कोहल भरा जाता था और इसके बाद डीजी-लॉक लगाया जाता था। इसी मामले में आबकारी अधिकारियों और ड्रिस्टलरी के जीएम की भूमिका सामने आई थी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसी मामले में एसआईटी गठन कर जांच का आदेश दिया था। एडीजी मेरठ राजीव सबरवाल के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया गया। अभी कुछ ही दिन पहले इसी मामले में जांच के लिए एडीजी, आईजी मेरठ, एसएसपी और सीओ दौराला जांच के लिए ड्रिस्टलरी पहुंचे थे। यहां छानबीन की गई और कई कमियां पाई गई।
मिल के जीएम दोषी पाए गए, वांटेड घोषित
एल्कोहल प्रकरण में गिरफ्तार चारों आरोपियों के अलावा पुलिस ने सोनू सैनी और कुलदीप निवासी दौराला, कपिल वोहरा निवासी दिल्ली और दौराला शुगर मिल के जीएम को आरोपी बनाया था। दौराला शुगर मिल के जीएम दिलीप सिंह यादव प्रारंभिक जांच में दोषी पाए गए हैं। फिलहाल वह वांछित घोषित है। दरअसल, जीएम दिलीप सिंह के नेतृत्व में ही एल्कोहल लोड कराने का काम आता है। इनकी निगरानी में ही पैकिंग, कंस्ट्रक्शन, लोडिंग, अनलोडिंग, टैंकर को बाहर भेजना और अंदर प्रवेश कराना, यह काम आश्वक यानी जीएम का ही होता है।
कंकरखेड़ा के इंस्पेक्टर संतोष कुमार सक्सेना ने कहा, 'दौराला मिल के जीएम दिलीप सिंह यादव वांटेड घोषित किए गए हैं। इनकी तलाश में दबिश दी जा रही है।
Published on:
20 Feb 2022 09:33 am
बड़ी खबरें
View Allमेरठ
उत्तर प्रदेश
ट्रेंडिंग
