आशुतोष का कहना है कि जिस समय कोरोना संक्रमण के चलते लॉकडाउन लगा हुआ था उस दौरान भी सोने के दाम लगातार बढ रहे थे और कयास लगाए जा रहे थे कि दीपावली पर सोने के दाम 60 हजार रुपये से ऊपर चले जाएंगे लेकिन ऐसा नहीं हुआ। उन्होंने बताया कि देश में सोने के दाम डालर के रेट पर निर्भर करता है। वर्तमान में दीपावली और धनतेरस के दिन सोने के दाम 55 हजार रुपये से नीचे रहने की उम्मीद है।
मेरठ में हैं 80 हजार से 1 लाख स्वर्ण कारीगर आशुतोष बताते हैं कि मेरठ मे सोने के आभूषण खरीदने के लिए विक्रता आते हैं। यहां पर 80 हजार से 1 लाख तक स्वर्ण कारीगर हैं। जो कि सोने की ज्वेलरी बनाने का काम करते हैं। लेकिन इस बार ये कारीगर अपने घर चले गए और अभी तक वापस नहीं आए है। जिसके कारण ज्वेलरी बनाने का काम भी रूका हुआ है। इसके अलावा कोरोना संक्रमण के चलते भी लोगों के कारोबार बंद हुए और नौकरी चली गई। जिसके कारण बाजार में मंदी छाई हुई है। इस कारण से भी बाजार मे बूम नहीं आया है।
धनतेरस पर बाजार ठंडा सिर्फ सहालग की खरीदारी स्वर्ण व्यापारियों का मानना है कि इस बार धनतेरस पर बाजार ठंडा रहेगा। सिर्फ सहालग और जरूरी व्यक्ति ही सोना खरीदने के लिए बाजार आ रहे हैं। नील की गली स्वर्ण व्यापार संघ के डा. संजीव अग्रवाल का कहना है कि इतनी मंदी पिछले 50 वर्षों में उन्होंने कभी नहीं देखी। जितनी कि इस बार देखने को मिल रही है। उन्होंने बताया कि बाजार पूरी तरह से खामोश है।