
मेरठ। यूपी सरकार सरकारी जमीन पर अवैध कब्जों को लेकर सख्त है। पिछले एक साल से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बार-बार इस पर कहा भी है। कानून एवं शांति व्यवस्था की मंडलीय समीक्षा बैठक में यही मुद्दा छाया रहा। बैठक में हुर्इ समीक्षा के दौरान यह बात सामने आयी कि मंडल में मेरठ में सबसे ज्यादा सरकारी जमीन पर अवैध कब्जे बने हुए हैं। कमिश्नर डा. प्रभात कुमार ने अफसरों पर नाराजगी जतार्इ आैर इन कब्जों को लेकर त्वरित कार्रवार्इ के निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने पुलिस अफसरों से अपराधों पर नियंत्रण रखने, छोटी से छोटी घटना को गंभीरतापूर्वक लेने आैर घटनास्थल पर जल्द से जल्द पहुंचने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि भू, खनन, शराब आदि माफियाओं को चिन्हित कर जेल भेजने की कार्रवार्इ करें। उन्होंने असामाजिक तत्वों व वैमन्सय फैलाने वालों को प्रदेश व मंडल के बाहर भेजने को भी कहा है।
घरेलू हिंसा की शिकार महिलाओं की मदद करें
उन्होंने घरेलू हिंसा की शिकार महिलाओं की हर सम्भव सहायता करने,महिलाओं की समस्याओं प्रति संवेदनशील बनने, वरिष्ठ नागरिकों की समस्याओं के लिए अलग से सेल बनाने व वरिष्ठ नागरिकों की संतानों द्वारा प्रताड़ित करने से सम्बंधित मामलों को गम्भीरता से लेने व भरण पोषण अधिनियम के अन्तर्गत उनको मुआवजा दिलाने के निर्देश दिए।
अतिक्रमण करने वालों को भेजें जेल
कमिश्नर ने अतिक्रमण पर प्रभावी कार्रवाई करने, भू, खनन, परिवहन, शराब, पशु, वन आदि माफियाओं को चिन्हित कर जेल भेजने के लिए अफसरों को निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने उनसे भू-माफियाओं पर अब तक उनके स्तर से कार्रवाई की आख्या मांगी। उन्होंने भूमाफियाओं को चिन्हित करने के कार्यों में मेरठ, बुलन्दशहर व बागपत की प्रगति शून्य होने पर अपनी कड़ी नाराजगी जतार्इ। बैठक में आईजी मेरठ रामकुमार, डीएम मेरठ अनिल ढींगरा, गौतमबुद्धनगर बीएन सिंह, बुलन्दशहर डा. रोशन जैकब, बागपत के ऋषिरेन्द्र कुमार, गाजियाबाद रितु माहेश्वरी, हापुड़ कृष्ण करुणेश, एसएसपी मेरठ मंजिल सैनी, बुलन्दशहर मुनिराज जी, एसपी बागपत जय प्रकाश, हापुड़ हेमन्त कुटियाल मुख्य रूप से मौजूद रहे।
Published on:
19 Mar 2018 05:38 pm
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