
मेरठ। किसानों को खाद और बीज पर मिलने वाली सब्सिडी पर हमेशा विभाग द्वारा धांधली की शिकायतें मिलती हैं। किसान धांधली की शिकायत लेकर अधिकारियों के यहां चक्कर काटता है, लेकिन उसकी सुनने वाला कोई नहीं होता। अब मोदी और योगी सरकार ने ऐसा कदम उठाया है कि धांधली तो दूर अब कोई एक बीज भी इधर से उधर नहीं कर पाएंगा। सरकार की इस योजना से खाद और बीज की कालाबाजारी करने वालों के होश उड गए हैं। हेराफेरी और धांधली से किसानों की सब्सिडी की लूट अब खत्म होगी। इसके लिए खाद, बीज आदि की बिक्री पांइट आफ सेल यानी पीओएस मशीन से की जाएगी। किसान मशीन में अपना अंगूठा लगाएगा। इसके बाद ही उसे सब्सिडी की बीज खाद मिल सकेगी।
बंद होगी कागजी खानापूर्ति
खाद और बीज को पीओएस के माध्यम से पाने के बाद कागजी खानापूर्ति बंद हो जाएगी। साथ ही कागजी खानापूर्ति बंद होने से अनुदान में धांधली का खेल भी बंद हो जाएगा। गाजियाबाद की खाद और बीज की अनुदानित दुकानों को इससे जोडा जा रहा है।
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नहीं मिल पाता पूरा लाभ
खाद और बीज पर मिलने वाली सब्सिडी का किसानों को पूरा लाभ नहीं मिल पाता। किसानों को कभी खाद-बीज के लिए मना कर दिया जाता है, लेकिन जब जरूरत अधिक होती है तो किसान सहकारी समितियों के बाबुओं के आगे हाथ जोडकर खाद और बीज की भीख सी मांगता है। जिसका फायदा ये बाबू लोग उठाते हैं। इसी जालसाजी को रोकने के लिए खाद और बीज की निजी दुकानों के अलावा सहकारी समितियों और गोदामों में पीओएस मशीन के जरिए खाद बीज की बिक्री की योजना लागू की गई है।
मशीन में दर्ज होगा किसानों का ब्योरा
पीओएस मशीन में जिले के सभी किसानाें का पूरा ब्योरा दर्ज किया जाएगा। किसान जब मशीन में अंगूठा लगाएगा तो उसका पूरा ब्योरा मशीन में सामने आ जाएगा। मशीन की पूरी व्यवस्था आनलाइन होगी। इसमें खाद और बीज का रिकार्ड भी आनलाइन रहेगा। किसानों तक अनुदान का पूरा लाभ पहुंच सकेगा। कृषि विभाग के मुख्यालय से हर दुकान और सहकारी समितियों की मानिटरिंग होगी। जिला कृषि अधिकारी प्रमोद सिरोही ने बताया कि पीओएस मशीन से खाद और बीज की कालाबाजारी पूरी तरह से बंद हो जाएगी। किसानों को उनके हिस्से का बीज और खाद मिलेगा। इससे काम में पारदर्शिता भी आएंगी।

Published on:
22 Feb 2018 10:14 pm
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