
Big Breaking: गुर्जर समाज के युवक की हत्या से मेरठ में बवाल, तनाव के बाद भारी पुलिस बल तैनात
मेरठ। मेरठ में अब गुर्जर समाज के एक युवक की हत्या से शोभापुर क्षेत्र में बवाल हो गया है। क्षेत्र के गुर्जर समाज के लोगों ने सड़क पर जाम लगा दिया। हंगामा कर रहे गुर्जर समाज के लोगों ने हत्या का आरोप दलित समाज के एक व्यक्ति पर लगाया है। जिससे दोनों बिरादरी में तनाव है। मामले की गंभीरता को देखते हुए क्षेत्र में भारी मात्रा में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। गुर्जर समाज के एक युवक आशीष गुर्जर की शनिवार को दिनदहाड़े गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई। आशीष गुर्जर दलित युवक की हत्या के सिलसिले में जेल से छूटकर आया था। गोली लगने से आशीष की मौके पर ही मौत हो गई। गुर्जर समाज के युवक की हत्या से क्षेत्र में तनाव की स्थिति बन गई है। तनाव को देखते हुए मौके पर भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।
खेत पर काम करते समय गोलीबारी
घटना मेरठ के कंकरखेड़ा थाना क्षेत्र के गांव शोभापुर की है। जहां पर आज सुबह चार युवक खेत पर काम कर रहे थे। इसी दौरान बाइकों पर सवार होकर पांच युवक खेत पर पहुंचे और उन्होंने काम कर रहे युवकों पर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। जिससे आशीष गुर्जर नामक युवक को गोली लगी और वह मौके पर ही मर गया। जबकि गोली लगने से अन्य लोग घायल हो गए। शोभापुर गांव में गोली की सूचना मिलने के बाद एसपी सिटी, एसपी क्राइम सहित प्रशासनिक अधिकारी मौके पर और घटना की जानकारी ली।
गुर्जर समाज के लोगों ने जाम लगाया
आक्रोशित गुर्जर समाज ने हंगामा करते हुए हाइवे पर जाम लगा दिया। मामला दो अप्रैल को मेरठ में दलित बवाल में मारे गए युवक गोपीचंद हत्याकांड से जुड़ा है। युवक गोपीचंद की हत्या का आरोप आशीष गुर्जर पर लगा था। जिस मामले में उसे जेल भेज दिया गया था। हाल ही में आशीष जेल से छूटकर आया था। अब आशीष की हत्या में गांव के दलितों पर हत्या का आरोप लगाया जा रहा है। जिसके चलते स्थिति विस्फोटक बनी हुई है। पुलिस का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है और जांच पूरी होने के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।
भारत बंद के दौरान दलित युवक की हुर्इ थी हत्या
बताते चलें कि शोभापुर में एक दलित युवक की सरेआम गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई थी। इस घटना से शहर में तनाव फैल गया था। क्योंकि यह घटना उसी गांव (शोभापुर) की है जहां से दो अप्रैल को भारत बंद पर हिंसा ने विकराल रूप लिया था। बता दें कि गोपीचंद पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाकर हत्या कर दी गई थी। वहीं सांसद व विधायकों से बात करके पुलिस ने शोभापुर गांव को छावनी में तब्दील कर दिया था। दो अप्रैल को हुए बवाल की चिंगारी शोभापुर गांव से ही उठी थी। उपद्रवियों ने शुरुआत में शोभापुर पुलिस चौकी को फूंका था। जिसके चलते शोभापुर गांव के लोगों को पुलिस ने सबसे ज्यादा नामजद किया था।
Published on:
15 Dec 2018 05:46 pm
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