उन्होंने बताया कि इस बार होली पर इस बार सर्वार्थसिद्धि योग के अलावा अमृतसिद्धि योग भी रहेगा। होलिका दहन पंचक व भद्रा मुक्त होगा। भारत ज्ञान भूषण के अनुसार इस बार रविवार 28 मार्च को उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र विशिष्ट करण में है इस बार की त्रियोगी होली होगी। सवार्थ सिद्धि योग,अमृत सिद्धि योग के साथ वृद्धि योग 3 योगा से मिलकर इस बार त्रियोगी होली बन गई है। चंद्रमा कन्या राशि में होंगे। इस प्रकार के योगों वाली रविवारीय होली ढाई सौ वर्ष बाद पड़ रही है। जिसमें 3 रंगों से होली का खेलना त्रिआयामी शुभता बढ़ाएगा।
ये है होली पूजन का विशेष मुहूर्त :— -लाभामृत योग दिन 9:00 से 12:00 बजे -शुभ योग दोपहर 1:30 से 3:00 बजे