
मेरठ। जिस मानसून (monsoon) के जून के प्रथम सप्ताह तक केरल के समुद्री तट पर पहुंचने की आशंका जताई जा रही थी, उसमें अब दस दिन का विलंब हो गया है। मानसून अब देश के अन्य हिस्सों और उप्र में 10 दिन बाद पहुंचेगा। मानसून के 10 दिन विलंब होने से मौसम की चाल लड़खड़ाने लगी है। मौसम (weather alert) की चाल और मानसून को प्रभावित करने वाले कारक मई में आए दो चक्रवात और जून के प्रथम सप्ताह में आया चक्रवात गुलाब है। हालांकि मौसम विभाग ने शुक्रवार को 48 घंटे के भीतर बारिश और तूफान का अलर्ट जारी किया था। जिसके चलते आज सुबह से ही मेरठ और आसपास के इलाकों में तेज हवाओं का दौर शुरू हो गया।
दरअसल, जून का प्रथम सप्ताह समाप्त होने को है और ऐसे में मौसम मार्च के महीने का बना हुआ है। तापमान में धीरे धीरे वृद्धि हो रही है। लेकिन यह वृद्धि तेज हवाओं के आगे बिल्कुल नाकाम हो रही है। आज अधिकतम तापमान 37 डिग्री तक पहुंच गया। जबकि न्यूनतम तापमान 24 डिग्री के पार पहुंच गया। हालांकि आसमान बिल्कुल साफ था और सूरज भी अपने पूरे शबाब पर था लेकिन तेज ठंडी हवाओं के चलते गर्मी का अहसास लोगों को नहीं हो पा रहा था। आज सुबह से ही 11—15 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से हवाएं चल रही थी।
मौसम विभाग के डा. एन सुभाष ने बताया कि मौसम 6 जून के बाद बदलेगा। अभी चक्रवात के कारण गर्मी का असर जून में कम पड़ रहा है। उन्होंने बताया कि 6 जून को बारिश और तेज आंधी की संभावना बनी हुई है। छोटे—छोटे पश्चिमी विक्षोभ वायुमंडल में बने हुए हैं। जिनके चलते हवा और बारिश की संभावना है।
Published on:
06 Jun 2021 10:33 am
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