
मेरठ। मेरठ शहर के जिस जली कोठी कोरोना हॉटस्पॉट में संक्रमित मरीज मिलने के बाद सील करने पहुंची पुलिस टीम पर यहां के लोगों ने पथराव किया था, वहां चोरी-छिपे दावत चल रही थी। जिला प्रशासन को यहां दावत चलने का पता चला तो देहली गेट थाना प्रभारी को फोन किया गया, लेकिन उनका फोन नहीं उठा। इसके बाद एडीएम सिटी ने यहां छापा मारा तो यहां भगदड़ मच गई। लोग अफसरों और पुलिस टीम को देखकर दीवार कूदकर फरार हो गए। छापे में मुख्य आरोपी यूसुफ बादशाह समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। इन सभी के खिलाफ थाना देहली गेट में मुकदमा दर्ज किया गया है। एसएसपी अजय साहनी ने इस लापरवाही पर पुलिसकर्मियों पर जांच बैठा दी है।
अभी तक जली कोठी इलाके में 13 कोरोना संक्रमित मामले आ चुके हैं। यहां पुलिस पर पथराव भी हुआ था। सिटी मजिस्ट्रेट सहित कई लोग घायल हुए थे। यह पूरा इलाका हॉटस्पॉट घोषित किया गया था। गुरुवार को जनपद को सुपर लॉकडाउन भी था। एडीएम सिटी अजय तिवारी ने बताया कि जली कोठी में एक घर में दो दिनों से जलसा चल रहा था। किसी ने डीएम और उन्हें फोन पर इसकी जानकारी दी थी। यह भी बताया कि पुलिस की यह सब पहले से जानकारी में है। गुरुवार की देर रात एडीएम सिटी ने अपने गनर को साथ लेकर जली कोठी क्षेत्र में पहुंचे। एडीएम सिटी जिस जलसे में पहुंचे तो देखकर हैरान रह गए। वहां 100 से ज्यादा लोगा मौजूद थे। छापा लगते ही वहां भगदड़ मच गई। अधिकांश लोग फरार हो गए। मुख्य आरोपी यूसुफ बादशाह समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
एडीएम सिटी ने छापे के दौरान ही मौके से ही देहली गेट थाना प्रभारी रवेंद्र पलावत को फोन किया। एसओ ने एडीएम सिटी का फोन नहीं रिसीव किया। इसके बाद एसपी सिटी को सूचना दी। तब जाकर पुलिस हरकत में आई। देर रात सभी के खिलाफ लॉकडाउन का उल्लंघन सहित कई धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया।
Published on:
15 May 2020 02:25 pm
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