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उत्तर प्रदेश के इन जिलों में सबसे पहले लागू होगा जनसंख्या नियंत्रण कानून, तैयारी शुरू!

Highlights: -जनसंख्या नियंत्रण कानून को लेकर वेस्ट यूपी में सुगबुगाहट तेज होने लगी है -इसके चलते वेस्ट यूपी में अब राजनीतिक जमीन भी तैयार होने लगी है -साथ ही मुद्दे पर आरएसएस नेता इंद्रेश कुमार और केंद्रीय मंत्री डॉ. संजीव बालियान नजर बनाए हुए हैं

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मेरठ

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Rahul Chauhan

Sep 20, 2019

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नोएडा। देश में बढ़ती जनसंख्या को लेकर पिछले काफी समय से जनसंख्या नियंत्रण कानून बनाने की मांग हो रही है। आए दिन कोई न कोई नेता इस पर बयानबाजी करता नजर आ जाता है। वहीं मोदी सरकार से भी लोग लगातार इस कानून को बनाने की मांग कर रहे हैं। इस सबके बीच उत्तर प्रदेश में जनसंख्या को नियंत्रित करने के लिए कानून बनाने की मांग अब जोर पकड़ती नजर आ रही है।

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जनसंख्या नियंत्रण कानून को लेकर वेस्ट यूपी में सुगबुगाहट तेज होने लगी है।इसके चलते वेस्ट यूपी में अब राजनीतिक जमीन भी तैयार होने लगी है। साथ ही मुद्दे पर आरएसएस नेता इंद्रेश कुमार और केंद्रीय मंत्री डॉ. संजीव बालियान नजर बनाए हुए हैं। जानकारों का कहना है कि अगामी चुनावों में भाजपा के लिए ये अहम मुद्दा हो सकता है। इस सबके बीच अब मेरठ में जनसंख्या नियंत्रण को लेकर एक पदयात्रा निकाली जा रही है। जो कि मेरठ से दिल्ली तक चलेगी। दावा किया जा रहा है कि इसमें वेस्ट यूपी के 10 जिलों के 50 हजार से 1 लाख लोगों हिस्सा लेंगे।

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पदयात्रा का आयोजन करने वाले जनसंख्या समाधान फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल चौधरी ने जानकारी देते हुए बताया कि जनसंख्या नियंत्रण सभी धर्म, जाति व भाषाई बंधनों से ऊपर उठकर देश में लागू करना चाहिए। दो बच्चों के परिवार पर फाउंडेशन ने फोकस किया है। यदि किसी के दो से अधिक बच्चे होते हैं तो दंपत्ति को मिलने वाली सभी सरकारी सहायता समाप्त करने के साथ ही उनके वोट डालने के अधिकारी को भी समाप्त कर देना चाहिए। साथ ही चौथी संतान पर सजा का प्रावधान की भी मांग की गई है।