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गजबः उल्देपुर जातीय हिंसा में मारे गए दलित युवक पर भी मुकदमा, पुलिस की हो रही किरकिरी

दूसरे पक्ष की महिला ने दर्ज कराई गंगानगर थाने में रिपोर्ट

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गजबः उल्देपुर जातीय हिंसा में मारे गए दलित युवक पर भी लूट आैर आगजनी का मुकदमा

मेरठ। मेरठ के उल्देपुर में हुई जातीय हिंसा ने राजनीतिक मोड़ ले लिया है। हिंसा में एक दलित युवक भी मारा गया था। इसके बाद गांव में तनाव फैल गया था। चौहान और दलितों के बीच गहरी हुई नफरत की खाई का पाटने की प्रशासन की कोशिश नाकाम सबित हुई है। दलितों ने नौ अगस्त को हुई जातीय हिंसा के आरोप में चौहान बिरादरी पक्ष के नौ लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी। जिसमें पुलिस ने कार्रवाई करते हुए कुछ लोगों को उठाकर जेल भेज दिया था। इसके बाद से मामला गरमाने लगा था। चौहान पक्ष के लोगों में आक्रोश फैल गया था। जिसके विरोध में मंगलवार को चौहान बिरादरी के सैकड़ों लोगों ने कचहरी घेर ली थी।

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मृतक रोहित के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज

मंगलवार को ही देर शाम पुलिस ने हिंसा के एक सप्ताह बाद ही चौहान पक्ष की तहरीर पर दलित पक्ष के 12 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर दिया। मजेदार बात यह कि हिंसा में मारे गए दलित युवक रोहित को भी इस मुकदमे में नामजद किया गया है। मुकदमा दर्ज होने के बाद दलित समाज में आक्रोश फैल गया। दलित पक्ष ने डीएम व एसएसपी से मिलकर शिकायत दर्ज करने को कहा है। दलित पक्ष की ओर से पुलिस ने मृतक के पिता देवेन्द्र की तहरीर पर चौहान पक्ष के नौ लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की थी। जिसमें पुलिस ने आरोपी कृष्ण, निखिल और विकास को गिरफ्तार किया था। जबकि अन्य आरोपियों में संदीप, सुमित, पुनित, रवि, छोटू उर्फ रोहित और राहुल फरार है।

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इन धाराआें में कराया गया मुकदमा

गंगानगर पुलिस ने चौहान पक्ष से कृष्ण की पत्नी सुनीता चौहान की दी तहरीर पर रविश, हिंसा में मारे गए मृतक रोहित, ओमकार, विनोद सिंह, देवेन्द्र, अनुज, नितिन, गौरव, प्रेम, उदयवीर, मोनू और गौरव के खिलाफ धारा 147, 148, 307, 323, 354 (ख), 395, 452, 504, 506 के तहत मुकदमा पंजीकृत कर लिया है।