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मोतियों की माला बनाने की आड़ में क्या करोड़ों की ठगी हो सकती है, मिलिए इस मास्टरमाइंड से!

इस ठगी का शिकार हुए दस हजार लोग, पुलिस ने खोली पोल

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meerut

मोतियों की माला बनाने की आड़ में क्या करोड़ों की ठगी हो सकती है, मिलिए इस मास्टरमाइंड से!

मेरठ। ठगी करने वाले भी आये दिन एक से बढ़कर एक ठगी के अंदाज लेकर सामने आते रहते हैं। ऐसा ही एक मामला मेरठ में सामने आया है जहां मोतियों की माला बनाने की आड़ में भी एक गिरोह ने काफी लोगों को ठगी का शिकार बनाया। एक-दो नहीं बल्कि दस हजार लोगों को जोड़ते हुए लगभग दो करोड़ रुपये की ठगी की गर्इ। पुलिस ने इस फ्रॉड कम्पनी का खुलासा करते हुए फिलहाल मास्टरमाइंड को गिरफ्तार कर लिया है। मोतियों के पैकेट मालाएं देखकर कोई अंदाजा भी नहीं लगा सकता कि कोई इसकी आड़ में इतने शातिराना अंदाज़ में ठगी का शिकार बना डालेगा। मोतियों की चमक और पैसा कमाने की चाहत लोगों के दिमाग पर इस कदर हावी हुई कि वे भी शातिर दिमाग का शिकार बन गए। आखिर मोतियों की इन मालाओं में ठगी का ये खेल कैसे चल रहा था।

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एेसे चल रहा था ठगी का खेल

दरअसल इस शातिर गिरोह ने पहले अपेक्स इंटरनेशनल नाम से कम्पनी का आफिस खोला। उसके बाद क्षेत्र में अखबार में पम्फलेट बंटवाए की एक पैकेट मोतियों की माला बनाने पर पंद्रह सौ रुपये दिए जाएंगे। शुरुआत में उन्होंने कुछ लोगों को भुगतान भी किया। जिसके बाद लोगो कों भी लगा की ये पैसा कमाने का अच्छा जरिया है। कथित कम्पनी संचालक इन शातिर दिमाग के लोगों ने बकायदा लोगों से सदस्यता देने के नाम पर पंद्रह सौ रुपये और फ्रेंचाइजी देने के नाम पर एक लाख-दो लाख रुपये तक वसूल डाले।

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दस हजार सदस्य बना लिए थे

पुलिस की मानें तो अब तक ये शातिर लगभग दस हजार लोगों को सदस्य बना चुके थे। ऐसे में पिछले कुछ समय में ही इस शातिर गिरोह ने लगभग दो करोड़ रुपये जनता से ठग लिए, अब ये गिरोह फरार होने की फिराक में था। इसी बीच पुलिस के पास शिकायत पहुंची, जिस पर गंभीरता जताते हुए पुलिस ने इस फर्ज़ीवाड़े को करने वाले मास्टरमाइंड संजय गुप्ता उर्फ़ राजेश शर्मा को गिरफ्तार कर लिया। उसके पास से लोन लेकर ली गर्इ स्कूटी गाड़ी सहित मोतियों की कई बोरियां भी बरामद हुई। छानबीन में सामने आया कि आरोपी गिरोह लोगों द्वारा बनाई गर्इ मालाओं को तोड़कर उसके मोती दोबारा पैकेट में पैक लोगों को माला बनाने के लिए दे दिया करते थे।