
भाजपाइयों ने फूंक दिया मुख्यमंत्री का पुतला, इसलिए था इनमें आक्रोश
मेरठ। भाजपाइयों ने जमकर आक्राेश जताते हुए मुख्यमंत्री का पुतला फूंक दिया। यह चुनाव में बड़े पैमाने पर हुर्इ हिंसा के विरोध में किया गया। दरअसल, यहां हुए त्रिस्तरीय चुनाव में जमकर हिंसा हुर्इ थी आैर इसमें मारे गए 20 लोगों में से अधिकतर भाजपार्इ थे। पश्चिम बंगाल में बड़े पैमाने पर हुर्इ हिंसा के विरोध में मेरठ में भाजपाइयों ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के पुतले का दहन किया। भाजपाइयों ने पुतला दहन कर राष्ट्रपति के नाम संबोधित ज्ञापन भेजा। इसमें कहा गया है पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव में खुलेआम गुंडागर्दी और हिंसा की गई। मुर्शिदाबाद, उत्तरी व दक्षिण 24 परगना नदिया, पूर्व मेदिनीपुर और कूच बिहार जिलों में हुई हिंसा और मौत की जिम्मेदार वहां की ममता सरकार है। ऐसे में वहां पर राष्ट्रपति शासन लागू करते हुए आमजन को सुरक्षा एवं शांति स्थापित की जाए।
सरकार अपने मंत्री के खिलाफ कार्रवार्इ नहीं कर रही
प्रदेश महामंत्री रामकुमार कौशिक ने कहा कि बड़े शर्म की बात है कि दंपति को पुलिस के सामने ही जिंदा जला दिया जाता है। राज्य सरकार का मंत्री रविन्द्र घोष भाजपा कार्यकर्ता को मीडिया की मौजूदगी में ही बूथ के भीतर चांटा मार देता है। पुलिस देखने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं करती। सरकार अपने ऐसे मंत्री के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करती। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र की दुहाई देने वाले आज मौन हैं। तरूण गुप्ता ने कहा कि ऐसे चुनाव का क्या लाभ जिसमें 34 प्रतिशत जगहों पर तृणमूल कांगेस के कार्यकर्ता बिना चुनाव के ही चुन लिए गए। बाकी 66 प्रतिशत हिंसा के बल पर कब्जा कर ली गई। बंगाल में चुनाव में लोकतंत्र की हत्या कर दी गई है। आज सर्वाधिक गुंडागर्दी और हिंसा पश्चिम बंगाल में हो रही है। इस दौरान पुतला दहन वालों में रूपक अग्रवाल, मनोज तोमर, शाह फैसल, रोबिन, प्रयांशु आदि मौजूद थे।
Published on:
20 May 2018 06:45 pm
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