
मेरठ कचहरी में हाई-वोल्टेज ड्रामा! Image Source - Social Media 'X'
Meerut court lawyers attack haryana police: मेरठ कचहरी परिसर शुक्रवार को रणभूमि में बदल गई जब हरियाणा के कैथल जिले की पुलिस टीम को वकीलों और लोगों ने बदमाश समझकर दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। पुलिस टीम आरोपी सुखदेव को पकड़ने आई थी, लेकिन अपहरण का शोर मचते ही माहौल बिगड़ गया।
कैथल पुलिस की स्पेशल डिटेक्टिव यूनिट (एसडीयू) टीम शुक्रवार शाम मेरठ कचहरी में वांछित अपराधी सुखदेव की तलाश में पहुंची थी। टीम में एएसआई तरसेन सिंह सहित पांच सदस्य थे। सभी पुलिसकर्मी सादा कपड़ों में थे और स्कॉर्पियो पर केवल "पुलिस" का कागज चिपका रखा था।
सुखदेव हरियाणा के कैथल जिले में जानलेवा हमले और आर्म्स एक्ट के मामले में वांछित है। इसके अलावा वह वर्ष 2010 में मेरठ के हस्तिनापुर थाना क्षेत्र में हुई एक हत्या के मामले में भी जेल जा चुका है। इसी मामले की सुनवाई मेरठ कोर्ट में चल रही थी और शुक्रवार को वह तारीख पर पेश होने आया था।
कैथल पुलिस को पहले से जानकारी थी कि आरोपी कोर्ट में आएगा। इसी सूचना पर एसडीयू की टीम मेरठ पहुंची और मौका मिलते ही आरोपी को पकड़ लिया। लेकिन जैसे ही पुलिस ने सादा कपड़ों में उसे पकड़कर ले जाना शुरू किया, आरोपी ने बदमाशों द्वारा अपहरण करने का शोर मचा दिया।
सुखदेव की आवाज सुनकर आसपास मौजूद वकील और लोग भड़क उठे। उन्होंने पांचों पुलिसकर्मियों को घेर लिया और पिटाई शुरू कर दी। हालात ऐसे बने कि पुलिसकर्मी जान बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे, मगर भीड़ ने पीछा कर उन्हें फिर से पीटा।
पुलिसकर्मियों ने स्थिति संभालने के लिए अपने परिचय पत्र दिखाने की कोशिश की, लेकिन भीड़ ने उन्हें भी छीन लिया। स्कॉर्पियो गाड़ी पर जमकर पथराव हुआ और उसके शीशे तोड़ दिए गए। इतना ही नहीं, किसी ने कार की चाबी भी निकाल ली और लेकर भाग गया।
करीब आधे घंटे तक कचहरी परिसर में हंगामा और अफरा-तफरी का माहौल बना रहा। चारों ओर लोग भाग-दौड़ करते और पुलिसकर्मियों को घेरकर पिटाई करते दिखे। इस दौरान कचहरी में कामकाज भी ठप हो गया और लोग दहशत में आ गए।
सूचना मिलते ही सीओ सिविल लाइन अभिषेक तिवारी और उनकी टीम मौके पर पहुंची। उन्होंने भीड़ से पुलिसकर्मियों को छुड़ाकर सुरक्षित बाहर निकाला। आरोपी सुखदेव को भी हिरासत में ले लिया गया और सभी को सिविल लाइन थाने भेजा गया।
हमलावरों द्वारा स्कॉर्पियो की चाबी ले जाने के कारण सीओ ने क्रेन मंगवाकर गाड़ी को सिविल लाइन थाने भिजवाया। इस घटना ने पूरे पुलिस महकमे को चौंका दिया।
एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह ने बताया कि कैथल पुलिस टीम ने न तो वर्दी पहनी थी और न ही स्थानीय थाने को कार्रवाई की जानकारी दी थी। उन्होंने कहा कि इस लापरवाही के कारण ही ऐसी स्थिति बनी। फिलहाल तहरीर का इंतजार है और उसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
इस घटना के बाद वकीलों और स्थानीय पुलिस के बीच भी तनातनी की स्थिति बनी हुई है। कैथल पुलिस अधिकारियों को मामले की सूचना भेज दी गई है। मेरठ पुलिस का कहना है कि जांच के बाद हमलावरों की पहचान कर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
फिलहाल आरोपी सुखदेव पुलिस हिरासत में है और हरियाणा पुलिस की टीम भी सुरक्षित थाने पहुंचा दी गई है। पूरे प्रकरण की जांच मेरठ पुलिस कर रही है और तहरीर दर्ज होने पर एफआईआर की संभावना है।
Published on:
30 Aug 2025 11:59 am
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