
यूपी के इस शहर के बाल सुधार गृह में कुकर्म का मामला आया सामने, दोषियों पर हुर्इ कड़ी कार्रवार्इ
मेरठ। मुजफ्फरपुर के बाद मेरठ में हुए बाल सुधार गृह में दुष्कर्म के मामले में जिलाधिकारी मेरठ ने बाल सुधार गृह अधीक्षक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है। इस मामले में जिलाधिकारी ने बाल सुधार गृह के अधीक्षक के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराने के निर्देश दिए हैं। बाल सुधार गृह में रह रहे बच्चे के साथ कुकर्म हुआ था। जिसमें बाल सुधार गृह के अधीक्षक सहित कई प्रशासनिक अधिकारियों ने लीपापोती की थी।बाल सुधार गृह में बच्चे से कुकर्म मामले से पूरा प्रशासन ही संदेह के घेरे में आ गया है। सुधार गृह से प्रोबेशन विभाग तक के अधिकारियों-कर्मचारियों ने पूरी घटना को एक महीने से अधिक तक छिपाए रखा। जिसका नतीजा हुआ कि कुकर्म करने वाला फरार हो गया और वहां के अधीक्षक ने कोई जानकारी नहीं दी।
ऐसे खुला मामला, फिर हुर्इ जांच
किशोर न्याय बोर्ड ने जब डीएम को पत्र भेजा तो अधिकारियों को इसका पता चल सका। पत्र मिलते ही इसकी मजिस्ट्रेटी जांच कराई गई और पूरा मामला सामने आया। डीएम अनिल ढींगरा के मुताबिक बाल सुधार गृह में बच्चे से कुकर्म की घटना आठ जुलाई को हुई। इसके अगले ही दिन आरोपी संविदा कर्मचारी जावेद किसी को बताए बिना ही फरार हो गया। केयरटेकर को कुछ बच्चों ने यह प्रकरण बताया था। उसने भी किसी को कुछ जानकारी नहीं दी। इधर गृह अधीक्षक भी एक अगस्त को दो दिन के नाम पर लंबी छुट्टी पर चले गए।
अारोपी को गिरफ्तार किया गया
डीएम ने बताया कि 21 अगस्त को किशोर न्याय बोर्ड ने उन्हें पत्र भेजकर इस प्रकरण की जानकारी दी। 22 अगस्त को मजिस्ट्रेटी जांच बैठाई। 23 अगस्त को मजिस्ट्रेट अमिताभ यादव ने जांच कर रिपोर्ट प्रस्तुत की। इस आधार पर उसी दिन आरोपी पर नौचंदी थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया। अगले दिन 24 अगस्त को आरोपी जावेद को शामली से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। डीएम ने कहा कि हमने मामला जानकारी में आने के तीन दिन के भीतर पूरी कार्रवाई की। जिलाधिकारी ने कहा कि इस मामले में जो भी आरोपी हैं उनको बक्शा नहीं जाएगा।
Published on:
02 Sept 2018 01:49 pm
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