
जेल से बाहर आने के बाद बसपा के टिकट पर चुनाव लड़ेगा यह बाहुबली!
मेरठ। सपा और बसपा की गठबंधन की खबरों के बीच में अब उम्मीदवारों पर भी कयास लगने शुरू हो चुके हैं। उम्मीद की जा रही है कि मायावती अपने जन्मदिन पर 15 जनवरी को गठबंधन का ऐलान कर सकती हैं। साथ ही रालोद उपाध्यक्ष जयंत चौधरी भी सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव से लखनऊ में मुलाकात कर चुके हैं। बताया जा रहा है कि रालोद ने बागपत और मथुरा समेत पांच-छह सीटों पर दावेदारी जताई है।
इतनी सीटों पर तय हुई बात
खबरों के अनुसार, सपा और बसपा में 37-37 सीटों पर गठबंधन की बात तय हुई है। इसके साथ ही लोकसभा क्षेत्रों में भी उम्मीदवारों की दावेदारी तेज हो गई है। अगर बात मेरठ लोकसभा सीट की करे तो यहां पर बसपा की दावेदारी मजबूत है। इतना ही नहीं बसपा के बाहुबली नेता तो जेल जाते समय यहां से चुनाव लड़ने का ऐलान भी कर चुके हैं। हम बात कर रहे हैं हस्तिनापुर के पूर्व विधायक योगेश वर्मा की। फिलहाल वह जेल से बाहर है। पिछले 2 अप्रैल को एस-एसटी एक्ट में संशोधन को लेकर हुए बवाल में कुछ लोगों की जान चली गई थी। मेरठ में भी काफी पैमाने पर हिंसा हुई थी। इस मामले में बसपा के पूर्व विधायक योगेश वर्मा पर भी आरोप लगे थे। उन पर रासुका लगाकर उन्हें जेल भेज दिया गया था। जेल की वैन में बैठकर ही उन्होंने लोकसभा चुनाव लड़ने का ऐलान भी किया था।
हट चुकी है रासुका
पिछले साल सितंबर में उन पर रासुका हटा ली गई और वह जेल से रिहा हो गए। फिलहाल उन पर अभी 13 मुकदमे चल रहे हैं। उनकी पत्नी सुनीता वर्मा मेरठ की मेयर है। दलितों में उनकी अच्छी पकड़ है। इस वजह से उनका दावा मजबूत माना जा रहा है।
इनके भी चल रहे हैं नाम
हालांकि, यहां से शाहिद अखलाक और याकूब कुरैशी का नाम भी चल रहा है। जबकि सपा से शाहिद मंजूर और अतुल प्रधान की दावेदारी भी बताई जा रही है। अतुल प्रधान अखिलेश यादव के खास सिपाही है। माना जा रहा है कि गठबंधन होने की स्थिति में वेस्ट यूपी की ज्यादातर सीटें बसपा के खाते में जा सकती हैं। इनमें से एक मेरठ की भी है और यहां से योगेश वर्मा की दावेदारी मजबूत मानी जा रही है।
Published on:
10 Jan 2019 09:05 am
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