
मेरठ। पिछले शुक्रवार (Friday) को हुई हिंसा को देखते हुए नमाज के दौरान विशेष सतर्कता बरती जा रही है। महानगर के संवेदनशील क्षेत्रों को पीएसी (PAC) और आरएएफ (RAF) के हवाले कर दिया गया है। खुफिया विभाग के इनपुट की मानें तो इस बार किठौर (Kithore), सरधना (Sardhana), सिवालखास, लावड़ में सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए गए हैं। सूत्रों के अनुसार, इस बार उन क्षेत्रों में शांति रहने की उम्मीद है, जहां पर पिछली बार हिंसा हुई थी। वहीं, एहतियातन जिले में इंटरनेट सेवाएं गुरुवार शाम को 7 बजे के बाद बंद कर दी गईं।
महिलाओं को किया जा सकता है आगे
खुफिया विभाग के इनपुट के अनुसार, असामाजिक तत्व विरोध प्रदर्शन के लिए उन क्षेत्रों को चुन सकते हैं, जहां पर पिछली बार माहौल ठीक रहा था। इस बार महिलाओं को आगे कर हिंसा फैलाई जा सकती है। वहीं, बवालियों से निपटने के लिए अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए गए हैं। जुमे की नमाज को लेकर पुलिस प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट है। सुबह से ही पीएसी और आरएएफ मेरठ (Meerut) में सुरक्षा की कमान संभाले हुए हैं। सुरक्षा बल अब पुलिस पर गोलियां और पत्थर बरसाने वालों पर नरमी बरतने वाली नहीं है। इसके लिए पुलिस अधिकारियों को सख्त निर्देश जारी किए गए हैं। हर स्थिति पर नजर रखने के लिए ड्रोन कैमरे का प्रयोग किया गया है।
6 जोन में बांटा गया महानगर
वहीं संवेदनशील क्षेत्रों में 3 कंपनी पीएसी और आरएएफ को लगाया गया है। महानगर को 6 जोन और 15 सेक्टर में बांटा गया है। जोन की जिम्मेदारी मजिस्ट्रेट स्तर के अधिकारी और सीओ की होगी। सेक्टर प्रभारी स्वयं थाना प्रभारी होंगे। एक थाना क्षेत्र में दो से तीन सब सेक्टर बनाए गए हैं। सब सेक्टरों के प्रभारी चैकी इंचार्ज रहेंगे। कोतवाली सर्किल सबसे अधिक संवेदनशील और महत्वपूर्ण है। यहां पर सबसे अधिक फोर्स लगाया गया है।
चार या उससे ज्यादा लोगों के जमा होने पर होगी कार्रवाई
नमाज के दौरान और उसके बाद हाई अलर्ट पर महानगर को रखा गया है। इस दौरान जहां भी चार या उससे अधिक लोग एकत्र होंगे, उन पर एक्शन लिया जाएगा। नमाज के बाद सभी लोगों को घर जाने या अपने काम पर जाने के लिए कहा जाएगा। कोई भी व्यक्ति सड़क पर झुंड बनाकर खड़ा नहीं होगा।
Updated on:
27 Dec 2019 10:29 am
Published on:
27 Dec 2019 10:25 am
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