
मेरठ। अक्टूबर (October) के पहले सप्ताह में मौसम जिस तरह बदला है, उससे वातावरण में घुटन महसूस होने लगी है। एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) लगातार बढऩे के कारण वायु प्रदूषण की समस्या उत्पन्न हो गई है। शनिवार को मेरठ का एक्यूआई 253 से बढ़कर 269 तक पहुंच गया। मेरठ के आसपास के जनपदों में भी यही स्थिति चल रही है। मौसम वैज्ञानिकों (Weather Scientists) ने अलर्ट किया है कि दीपावली (Diwali) तक यह स्थिति बनी रह सकती है। वायु की गुणवत्ता लगातार गिरने के कारण सांस से जुड़ी बीमारियों के मरीजों को इसमें तकलीफ होगी। मानसून (Monsoon) लौट चुका है, इसलिए बारिश (Rain) की संभावनाएं नहीं है।
मानसून के देरी से लौटने और ठंड बढऩे के कारण अभी से सुबह के समय कोहरा देखने में आया है। साथ ही मेरठ और आसपास के जनपदों व एनसीआर में धुंध लगातार बढ़ती जा रही है। दशहरे के बाद से इन क्षेत्रों में वायु प्रदूषण (Air Pollution) की स्थिति लगातार खराब हुई है। इसकी वजह पटाखे और अवशेष जलाना मानी जा रही है। मेरठ, गाजियाबाद, हापुड़, मुजफ्फरनगर, नोएडा और ग्रेटर नोएडा समेत कई जनपदों में दमा, टीबी समेत स्वस्थ लोगों का सांस लेना दूभर हो गया है।
दमा व टीबी के मरीजों को मास्क लगाने की सलाह दी गई है। साथ ही दीपावली तक यही स्थिति बनेे रहने की संभावना के चलते अलर्ट जारी किया गया है। देश के प्रमुख शहरों में प्रदूषण की स्थिति खराब होने वालों में भी वेस्ट यूपी, दिल्ली-एनसीआर के अधिकतर शहर शामिल हैं। मौसम वैज्ञानिक डा. एन सुभाष का कहना है कि दीपावली तक वायुमंडल में घुटन जैसी स्थिति बनी रह सकती है। मेरठ और आसपास अधिकतम तापमान 32.5 और न्यूनतम तापमान 19.1 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया है।
Published on:
13 Oct 2019 11:06 am
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