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गजब! लग्जरी कार चोरी कर मेट्रो और रेलवे स्टेशन की पार्किग में छिपाता था ये शातिर

Highlights: -वेस्ट और एनसीआर में था इस वाहन चोर का आतंक -ऑन डिमांड करता था लक्जरी गाड़ियों की चोरी -हजारों गाड़ी चोरी की घटना को दे चुका अंजाम

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मेरठ

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Rahul Chauhan

Nov 17, 2020

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पत्रिका न्यूज नेटवर्क

मेरठ। वेस्ट यूपी और एनसीआर में सोतीगंज के इकबाल कबाड़ी और उसके बेटे अबरार का जबरदस्त आतंक था। अबरार आनडिमांड लग्जरी वाहनों की चोरी करवाता था। उसने 500 चोरी की गाडियों को बेचने की बात तो पुलिस के सामने ही कबूल की। लेकिन पुलिस के मुताबिक अबरार द्वारा चोरी की गई गाडियों की संख्या इससे कहीं अधिक है। दिल्ली,नोएडा, गुडगांव और गाजियाबाद कार चोरी करने की उसकी सबसे पसंदीदा जगहों में से एक थी। इन जगहों से गाडियों की चोरी कर अबरार मेट्रो और रेलवे स्टेशन की पार्किग में खड़ी कर देता था। एक—दो दिन गाड़ी खड़ी रहने के बाद वह मौका लगते ही वहां से गाड़ी हटाकर मेरठ ले आता था और यहां पर अपने ही गोदाम में गाड़ी को कटवा देता था।

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15 मिनट में कार तो 30 मिनट में ट्रक साफ

शातिर अबरार ने पुलिस को बताया कि उसके गोदाम में चार पहियां कार 15 मिनट में और ट्रक 30 मिनट में काट दिए जाते थे। 30 मिनट में ट्रक कहां गया यह कोई नहीं बता सकता। एक बार गोदाम के भीतर चोरी के चार पहिया वाहनों के जाते ही वे पल में काट दिए जाते थे।

बता दे कि पुलिस ने वेस्ट यूपी और दिल्ली में चोरी के वाहनों की खरीद फरोख्त गिरोह चलाने वाले इकबाल कबाड़ी के बेटे अबरार को पकड़ा है। आरोपी के पास से भारी संख्या में इंजन, चेसिस और सामान बरामद किया गया है। फोरेंसिक जांच के बाद पता चला है कि इन चेसिस के नंबर बदले गए थे। इस मामले में बाकी आरोपियों को वांटेड करार दिया गया है। पुलिस ने इन पर गैंगस्टर में कार्रवाई की तैयारी कर ली है।

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सदर बाजार थाने में एसपी सिटी अखिलेश नारायण सिंह ने बताया कि इकबाल कबाड़ी पुलिस की हिट लिस्ट में था। इकबाल अपने गिरोह के साथ मिलकर वेस्ट यूपी में वाहनों को चोरी कराने, नंबर बदलकर बेचने और जाली दस्तावेज तैयार कराने का धंधा करता है। इकबाल का बेटा अबरार भी इस धंधे में शामिल है। अबरार के बारे में पुलिस को सूचना मिली, जिसके बाद पटेलनगर वाले गोदाम पर छापेमारी की गई।